

बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ रही है बैंकों में बेतहाशा भीड़ है और ज्यादातर लोग अब बगैर मास्क के ही घुम रहे हैं
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना संक्रमण की समीक्षा के बाद 25 मई को राज्य में रेड जोन, आरेंज जोन और ग्रीन जोन का ब्लॉकवार पुर्ननिर्धारण किया है। इसमें बलौदाबाजार रेड जोन में शामिल है। यहां बढ़ते करोना के मामलों को देखते हुए रेड जोन की श्रेणी में रखा है। इसकी घोषणा होने के तीन दिन बाद भी जिला मुख्यालय में रेड जोन के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
नियमों के विपरीत बलौदाबाजार ब्लॉक में सब कुछ खुला है और खुलेआम धारा 144 का उल्लंघन हो रहा हैैै। फिजिकल डिस्टेंसिंग जैसे लोग जानबूझकर भूल ही गए हैं। पूरा बाजार खुला हुआ है। बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। बैंकों में बेतहाशा भीड़ है और ज्यादातर लोग अब बगैर मास्क के ही घुम रहे हैं।

आम जनता करोना काल में रेड जोन में भी पूरी तरह से गैरजिम्मेदाराना व्यवहार कर रही है। लॉक डाउन 4.0 में अब पुलिस सख्ती नहीं बरत रही है। नियमों का पालन कराने में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन रुचि नहीं ले रहा है। इससे लोग कोरोना संक्रमण बढ़ने को लेकर सशंकित हैं।
बलौदाबाजार जिले में अभी तक 20 करोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं, जिसमें से 4 मरीज ठीक भी हो गए हैं। वर्तमान में 16 मरीजों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। मात्र 2169 लोगों का ही सैंपल जांच के लिए अभी तक लिया गया है। 2081 लोगो की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
68 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकी है,। जिले में लगातार करोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस जिले में 766 क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर 16 हजार से ज्यादा लोगों को क्वॉरेंटाइन करके रखा गया है। जिसके अनुपात में जांच के लिए बहुत ही कम सैंपल लिए गए हैं।
से जानें रेड, आरेंज और ग्रीन जोन को
रेड जोन
रेड जोन का मतलब है कि कोविड-19 से खतरे वाले इलाके। इस जोन में वह इलाके आते हैं, जहां कई लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं और ये संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे इलाके जिनकी वजह से संक्रमण की संख्या बढ़ने की आशंका हो, वो सभी इलाके रेड जोन में आते हैं। रेड जोन में शामिल सभी इलाकों के लोगों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई जाती है। इन जोन में आने वाले लोगों को घरों से निकलने की कोई छूट नहीं है। किसी आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिस पर कॉल करके मदद मांगी जा सकती है। इस जोन में जरूरी चीजों की सप्लाई की जिम्मेदारी प्रशासन के हाथों में रहती है। इस जोन में आने वाले सभी इलाकों में सख्त पहरा लगाया जाता है और नियमों का पालन नहीं करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाती है।
ओरेंज जोन
ओरेंज जोन का मतलब है, वह इलाके जहां संक्रमण के कुछ मामले सामने निकलकर आ रहे हैं। अथवा जनसंख्या में अनुपात में पर्याप्त सैंपल टेस्ट नहीं हो पाया है। इन इलाकों में प्रशासन द्वारा लॉकडाउन, सील या फिर अन्य एहतियाती कदम उठाए जा सकते हैं। इस जोन में आने वाले कोरोना संक्रमित इलाकों के अलावा अन्य इलाकों में पाबंदियों पर थोड़ी ढील दी जा सकती है। कोरोना संक्रमित इलाकों को छोड़कर अन्य लोगों को जरूरी सामान खरीदने जाने के लिए घर से निकलने की छूट शामिल है। इसके लिए प्रशासन समय सीमा भी निर्धारित कर सकता है।
ग्रीन जोन
ग्रीन जोन का मतलब कोरोना संक्रमण मुक्त से है। इस जोन वाले इलाके में आने वाले लोगों को प्रशासन लॉकडाउन के दौरान जरूरी चीजों को खरीदने के लिए घर से बाहर निकलने की इजाजत दे सकता है। हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी तरह से पालन करना होगा, किसी को भी भीड़ इकट्ठा करने की इजाजत नहीं है। इन नियमों का पालन न करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए प्रशासन स्वतंत्र है। इन जोन में आने वाले जिलों के डीएम अपने विवेक का इस्तेमाल करके प्रतिबंधों के बावजूद कुछ फैसले ले सकते हैं। हालांकि, ग्रीन जोन के अंदर जिन लोगों को होम क्वारंटाइन रखा गया है, उनको किसी से भी मेल जोल करने की इजाजत नहीं होगी।
