
डम्फर में लगी आग धु-धु कर जला रेत से भरा डम्फर नही पहुचा फायर बिग्रेड:- पुष्पराजगढ़ से आशुतोष सिंह

किरर घाट में सार्टसर्किट होने से लगी डम्फर में आग

पुष्पराजगढ़ से अशुतोष सिंह कि रिपोर्ट:–
पुष्पराजगढ़:-किरर घाट में जैतहरी से रेत लोड कर राजेन्द्रग्राम कि तरफ आ रही डम्फर क्रमांक MP 65 GA 4100 में अचानक शार्टसर्किट होने कि वजह से आग लग गई, डम्फर के केबिन में आग देखते ही देखते फैल गई,ड्राईवर सहित हेल्फर तत्काल गाड़ी से कूद कर भाग गए,आग ने थोड़े ही देर में पूरे इंजन को अपनी चपेट में ले लिया,आगे का एक टॉयर समेत पूरा केबिन जल के राख हो गया,वाहन मालिक राजेश जयसवाल ने बताया कि करीब 7:30 के आस-पास जैसे ही ड्राइवर द्वारा आग लगने की सूचना मिली तत्काल फ़ायर विग्रेट को फोन कर आग लगने की जानकारी दी गई, किन्तु 10 बजे तक अनूपपुर से महज 20 किलोमीटर दूरी का सफर फायर विग्रेट द्वारा ढाई घण्टे में तय नही किया जा सका महत्वपूर्ण प्रश्न ,फायर विग्रेट के नही पहुंचने से आते-जाते गाड़ियों पर रखी बाटलों का पानी मांगा मांग कर आग बुझाने का प्रयास किया गया आते-जाते वाहनों के लोगों ने भी पूरी शिद्दत से आग बुझाने में मदत कि,गाड़ी में लोड रेत से भी आग बुझाने का कार्य किया गया,जिस जगह में आग लगी थी वँहा पानी की उपलब्धता न के बराबर थी, पानी नही होने की वजह से आग अपना भयंकर रूप धारण कर चुकी थी,यह घटना किरर घाट स्थित मिडवे ट्रीट से चार मोड़ नीचे की है,मिडवे ट्रीट के संचालक सुनील कुशवाहा(पप्पू ) को जैसे ही घटना की जानकारी लगी अपने साथियों के सांथ पानी के डिब्बे ले कर आग बुझाने घटना स्थल पहुंच गए,उनका सहयोग सराहनीय रहा,साथ ही राजेन्द्रग्राम के मोटर मालिक यूनियन के अधिकांश साथी घटना कि सूचना मिलते ही अपने अपने वाहनों से पानी ले कर आगबुझाने के अन्य समानो को ले कर घटना स्थल पहुंचे,राजेन्द्रग्राम थाना प्रभारी मय स्टाफ घटना स्थल पर आग बुझने तक मूजूद रहे,और आग बुझाने में पूरा घटना स्थल पर मूजूद पूरा पुलिस अमले ने सहयोग किया,इस तरह कि यह राजेन्द्रग्राम क्षेत्र में पहली घटना है,जिसमे सार्ट सर्किट होने की वजह से आग लग गई हो,वाहन मालिक राजेश जयसवाल इस घटना से काफी दुखित हैं,पर उनको आग लगने और वाहन जलने से भी ज्यादा अति सम्वेदन सील माने जाने वाले डिपार्टमेंट फ़ायरविग्रेट का घटना स्थल पर नही पहुंचने का है,यदि इस तरह की कोई आग यदि उस जगह लगी होती जंहा जन हानि हो रही होती तब भी क्या फ़ायरविग्रेट इसी तरह की लेट लतीफ कर कितनो की जान ले लेती, वाहन चालको का बाल-बाल बचना ईश्वरीय कृपा है,प्रत्यक्ष दर्शियों का कहना है,आग बहुत ही भयंकर तरीके से लगी हुई थी,यदि यह आग फैल कर डीजल टँकी या टॉयर तक पहुंच जाती या टॉयर फट जाता तब जैसी घटना घटित होती उसका अंदाज भी नही लगाया जा सकता है।
