
अनूपपुर जिले के DPM के साथ हुई मारपीट, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों ने कलेक्टर-एसपी को सौंपा ज्ञापन (अनिल दुबे की रिपोर्ट)
आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन

अनूपपुर । विगत दिवस राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने कोतवाली थाना नूरपुर में शिकायत कर आरोप लगाया था कि जिला चिकित्सालय अनूपपुर में पदस्थ चिकित्सकों के द्वारा मेरे साथ अभद्रता पूर्वक पेश आते हुए मेरे घर में घुसकर मारपीट की गई है वहीं प्राप्त जानकारी के मुताविक चिकित्सकों ने भी अभद्रता व गाली ,गलौज को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराया है ।साथ ही उपरोक्त घटना का क्रम को लेकर जन चर्चा है कि पूरा मामला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बीडी सोनवानी के उदासीनता के कारण इन दिनों देखा जा रहा है कारण की आज तक कभी भी ऐसी घटनाएं देखने और सुनने को नहीं मिली । जब से इन्होंने सीएमएचओ का पदभार संभाला है तो आए दिन एक ना एक नए मामले पैदा होते दिखाई दे रहे हैं ।
उक्त मामले को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंधक ने आरोप लगाया है कि मेरे ऊपर चिकित्सकों द्वारा जानलेवा हमला किया गया है । उन्होंने अपने जान माल की सुरक्षा के लिए विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सहित कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है ।ज्ञापन में उल्लेख है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अनूपपुर में कार्यरत संविदा पद पर जिला अनूपपुर के प्रबंधक जवाहर विश्वकर्मा के विरुद्ध दिनांक 27. 06 . 2020 दिन रविवार को दोपहर करीब 1:00 से 2:00 के बीच जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने जिसमें मुख्य रुप से डॉक्टर हेमंत चौहान ,डॉक्टर केबी प्रजापति ,डॉ अविनाश कुमार ,डॉक्टर राजकुमार गौड़, एवं डॉक्टर एनपी माझी, द्वारा विभागीय परीक्षण हेतु भोपाल जाने हेतु वाहन को लेकर गुंडागर्दी के साथ गाली गलौज करते हुए मेरे निवास स्थान गिरधारी सोनी के मकान में जबरन घुसकर मारपीट करने लगे तथा जान से मारने की धमकी देने लगे अविनाश कुमार जो मेरे साथ मारपीट कर रहे थे जिनको मैं ठीक से देख नहीं पाया मेरे निवास स्थान में आकर मेरे ऊपर हमला बोल दिए जब तक सब के सब का एक साथआने का कारण समझ पाता की गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे तो कुछ लोग मेरा गला पकड़ कर दबाने लग गए और नीचे गिरा दिए मेरे कपड़े भी फाड़ दिए सब लोग यही कह रहे थे कि तुम लोग संविदा वाले हो और हम डॉक्टर लोग की इज्जत नहीं करते हो सरकार हम लोगों के लिए पैसा देती है उसको हमको देते नहीं हो अपने आपको अधिकारी समझते हो सभी लोग मेरे कमरे के अंदर घुसकर मारपीट कर रहे थे। सब लोग प्लानिंग बनाकर मारपीट करने ही नही मेरी हत्या करने आए थे क्योंकि सभी लोग एक साथ मेरे ऊपर कूद पड़े थे ।सब के सब हैवान लग रहे थे ,कोई डॉक्टर नहीं लग रहा था ,मैं उस समय घर में अकेला था । मेरा परिवार पारिवारिक काम से अनूपपुर से बाहर गया था अगर परिवार के सदस्य घर पर होते तो शायद उनके साथ भी यह लोग मारपीट कर देते वैसे भी मैं डायबिटीज व हाइपरटेंशन का मरीज हूँ । अगर इस मारपीट के कारण मुझे कुछ हो जाता तो मेरा परिवार का क्या हाल होता सहयोग से कुछ देर बाद मेरे मकान मालिक अमित सोनी के द्वारा शाम को घर से बाहर निकाला गया वरना कोई भी अनहोनी घटना घट सकती थी जाते समय सभी डॉक्टर धमकी देकर गए हैं कि भविष्य में अगर हमारी बात नहीं मानी तो यही हाल करेंगे जबकि उक्त मामले के संबंध में जवाहर विश्वकर्मा द्वारा लगातार चिकित्सकों को विभाग कार्यों के संबंध में सक्षम अधिकारी से बात करने के संबंध में बताया जा रहा था जिसे वो सुनने को तैयार नही हो रहे थे।
उपरोक्त पूरे मामले को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी कर्मचारियों ने विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों एवं उच्चाधिकारियों से मांग किए हैं कि ऐसे कर्मचारियों पर हमला कर जान से मारने की धमकी देने और शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले ऐसे असामाजिक तत्वों के विरुद्ध उचित एवं सख्त कार्यवाही करने की कृपा करें जिससे कि शासकीय कर्मचारियों का मनोबल बढ़े हुआ बिना किसी डर के व भयमुक्त वातावरण में शासकीय कार्य संपादित कर सकें।
