

पुष्पराजगढ़/ भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश सरकार के निर्देशन पर शासकीय उचित मूल्य कि दुकान पर अति गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को आवंटित किया जाने वाला केरोसिन (मिट्टी तेल) का परिवहन 23 वर्ष पुराने वाहन द्वारा किया जा रहा है यातायात विभाग परिवहन विभाग और थाना पुलिस मूक दर्शक बन सब देख तो रही पर कुछ करने का गुरहेज अब तक नही किये हैं, हम कोई प्रमाण कर्ता तो नही पर 23 वर्ष पुराने वाहन से ज्वलन शील पदार्थ का परिवहन नियमों की कसौटी पर कितना खरा है पर सवाल जरूर खड़ा कर रहे हैं, यह विभाग और जवाबदार अमला ही तय करे कि उक्त वाहन परिवहन योग्य है अथवा नही। पुष्पराजगढ़ के 119 ग्राम पंचायतों अन्तर्गरत 8 लैम्पस और उनके आधीन शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से रियायती दर पर आवंटित केरोसिन वितरित किया जाता रहा है। वर्तमान वित्त वर्ष में यह केरोसिन जिस टैंकर के माध्य्म से परिवहन किया जा रहा है उसका नम्बर MP187200 बघेल सर्बिस स्टेसन रोड धनपुरी के नाम से रजिस्टर्ड है एमपी ट्रांसपोर्ट की वेबसाइट पर देखने से उक्त वाहन का रजिस्ट्रेशन वर्ष 1997 में होना बता रहा है। यदि दर्शाई गई सूचना को मान लिया जाए तब उक्त वाहन 23 वर्ष पुराना है जो परिवहन विभाग की गाइड लाईन अनुसार ज्वलनशील पदार्थ के परिवहन हेतु उपयुक्त नही है बावजूद इसके उक्त वाहन द्वारा पुष्पराजगढ़ के आंचलिक क्षेत्रों में धड़ल्ले से केरोसिन का परिवहन किया जा रहा जवाबदार अमला और यातायात पुलिस जो अक्सर बिना हेलमेट ही नही बिना मास्क पर भी बाइक सवारों से चलान वसूल करती नज़र आती है वह इस वाहन पर अब तक नज़र कैसे नही गड़ा पाई यह महज प्रश्न ही नही राजनेतिक प्रतिनिधित्व कर्ताओ व वरिष्ठ जिला प्रशासनिक अमले के लिए सोचनीय विषय है। पुष्पराजगढ़ के दुर्गा मंदिर तिराहे पर आज यह ट्रक केरोसिन से लदा खड़ा देखा गया जिसकी सूचना मिलते ही स्थल निरीक्षण हेतु पहुचें टीम द्वारा जो फ़ोटो लिए गए है उसी आधार पर खबर लिखी गई है । बाकी विषय पर जांच हेतु शासन ने प्रशासन को जिम्मेवारी सौप ही रखी है।
इनका कहना है:-

इसका रजिस्ट्रेशन डिपो से होता है तो जिम्मेवार भी वही हैं हमको नही पता कि किसका रजिस्ट्रेशन कितना होता है।
अम्बुज श्रीवास्तव
जिला फ़ूड अधिकारी अनूपपुर
