

राजेन्द्रग्राम।
प्राप्त जानकारी अनुसार बिलासपुर से ईलाहाबाद को जाने वाली राजधानी ट्रेवल्स बस जिसके संचालक नन्हे खान नांमक व्यक्ति है जो बिलासपुर से मजदूरों को लेकर प्रायः ईलाहाबाद को जाती है जिस बस मे ठूस ठूस कर सवारी यात्री के नाम पर मजदूरों को ले जाकर ईलाहाबाद मे ठेकेदार को सौंप दिया जाता है। वहीं यात्रियों की सुविधा के लिये परिवहन विभाग द्वारा दिया गया बिलासपुर से ईलाहाबाद के लिये परमिट के सारे नियम बस परिचालक द्वारा दरकिनार कर मनमानी तौर से यात्रियों से किराया दो गुना तीन गुना वसूला जाता है। यात्रियों द्वारा जब कभी उचित लगने वाला किराया लेने की बात कही जाती है तो बस कंडेक्टर उन्हे चाहे रात हो य दिन य कोई जंगल हो उतार दिये जाने की धमकी दी जाती है एवं उतार दिया जाता है।
बताया जाता है कि विगत दिनांक 17.12.2020 को राजेन्द्रग्राम से ईलाहाबाद परीक्षा देने जा रहा देवेन्द्र कुमार पिता राजेश कुमार विधार्थी रात्रि 9ः30 बजे राजधानी ट्रेवल्स नांमक बस मे बैठा जहां बस के कन्डेक्टर ने किराया देने की बात कही। विधार्थी देवेन्द्र कुमार पूर्व मे लगने वाला राजेन्द्रग्राम से ईलाहाबाद का किराया 400 रुपये कंडेक्टर को दे रहा था जहां कन्डेक्टर ने बस मे ठूस ठूस कर भरे मजदूर यात्रियों के समक्ष उपरोक्त व्यक्ति को 400 की जगह 1000 रुपये देने की बात कहकर फटकार लगाया एवं बस से उतार देने की धमकी दिया। रात्रि का वक्त था सहमा अकेला विधार्थी डर के मारे 1000 रुपये किराया दे दिया। इस राजधानी ट्रेवल्स बस मे महत्वपूर्ण बात यह है कि उपरोक्त बस का परिचालक बस मे बैठे यात्रियों को सफर का टिकट नही देता है। जो साफ डाका डालने का सूचक है।
बिलासपुर से ईलाहाबाद चलने वाली राजधानी ट्रेवल्स नांमक बस हमेशा ओवरलोड भरकर चलाई जाती है। इसी तरह यात्रा करने वाले यात्रियों से डरा धमकाकर दो गुना से तीन गुना किराया वसूल किया जाता है। इस तरह चलने वाली ओवर लोड सवारी बस को बिलासपुर से ईलाहाबाद जाते वक्त कई थाने पड़ते है जहां कभी ओवरलोडिंग के चेक चालान एवं परिवहन विभाग के कार्यवाही न करने की वजह से राजधानी ट्रेवल्स बस परिचालक द्वारा अभद्रता क्रूरता का व्यवहार कर सीधे जेब मे डाका डालकर रकम वसूल की जाती है। इसके बावजूद भी परिवहन विभाग एवं पुलिस सुरक्षा व्यवस्था आखिर कार मौन क्योें है ?

इस संबध मे कभी कोई पढ़ा लिखा यात्री जब कभी नियम कनून की बात कहता है तो परिचालक द्वारा कहा जाता है कि पुलिस थाना परिवहन विभाग हमारी जेब मे है पैसा लेते भी है और पैसा देते भी है। जिसके कारण आवस्यकता पर यात्रा कर रहे यात्री मौन हो जाते है। यात्रियों ने परिवहन विभाग एवं सुरक्षा विभाग से अपेक्षा किया है कि सभी नियम कानून को बलाये ताक मे रख सुरक्षा प्रशासन को बदनाम कर ठूस ठूसकर ओवर लोडिंग सवारी यात्री को लेकर चलने वाले राजधानी ट्रेवल्स बस संचालक परिचालक पर कार्यवाही की जाये ताकि मनमानी तौर से लूटे जा रहे यात्रियों की जेब को बचाया जा सके ऐसी जनअपेक्षा है।
