

मामला ग्राम पंचायतों में लगे फर्जी बिल का….
ग्राम पँचायतो में पंचायती राज अधिनियम का सरेआम उल्लंघन करते हुए शासकीय राशि का दुरुपयोग जारी है वही सचिव सरपँच बेंडर ने ग्राम पंचायत से लेकर जनपद तक चढ़ोत्तरी देकर इस तरह का खेल खेलते हैं वही उच्चाधिकारियों ने भी अपनी आंखें मूंद रखी है इसी का नतीजा है कि शोभकुमार गुप्ता जैसी फर्मे आज भी डेरा जमाए हुए है।
पुष्पराजगढ़/ फर्जी कारनामों को अंजाम देने वाले घोटालेबाजो पर प्रसाशनिक अधिकारियों ने लगाम लगाना सायद अब बन्द कर दिया गया है जिससे पंचायत कर्मियों के हौसले बुलंद है वही सरपँच, सचिव, रोजगार सहायक, यह तीन तिकड़ी मिल कर शासन की योजनाओं को पलीता तो लगाती ही है साथ ही मन चाहे वेंडर को अपना बना कर जैसा चाहे वैसा बिल लगाकर पैसों का बन्दरबाट कर लिया जाता है जिसका नतीजा ग्राम में होने वाले विकास को बाधा पहुचाता है कार्य की गुणवत्ता में फर्क पड़ता है और पैसों की लालच में कार्य भी हो पाए यह कह पाना भी सम्भव नही है अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायतों में लगे बिल की अगर जांच की जाए तो कई ऐसे वेंडर मिल जाएंगे जो सिर्फ कागजों में बनीं हुयी है। इसका सीधा लाभ सिर्फ पंचायत महकमे और वेंडर को ही मिलता है।

आटा दाल चावल तक बेंच दिया शोभ कुमार गुप्ता ने
मिली जानकारी अनुसार पँचायतो के वेंडर बन खुद के साथ सरपँच सचिव को मिठाई खिलाने माहिर शोभ कुमार गुप्ता बीजापुरी न.1 में वेंडर बन ऐसी गाड़ियों के बिल पर आज भी लाखों का भुगतान करा रहे जिस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन तक समाप्त हो चुका है छड़, लोहा, सीमेंट, आलमारी दरवाजा, खिड़की, टेबलक्लाथ, आटा, दाल, चावल, सब्जी, खेल प्रतियोगिता सामग्री नेट रिचार्ज तो किया ही साथ मे
फोटोकॉपी मस्टररोल भी प्रिंट कर दिया गौर करने वाली बात तो यह है कि शोभ कुमार गुप्ता ने बीजापुरी न. 1 में जो भी सामन बेचा तो इतनी बड़ी फर्म तो किसी शहर में होनी चाहिए पर जान आपको हैरानी होगी कि यह बीजापुरी न. 1 में ही संचालित है। समझ मे ये नही आ रहा कि गुप्ता जी की दुकान है किस चीज की या मानो सारी दुनिया के सारे सामान यही पर मिलते हो बहरहाल कहि आयकर विभाग को गुमराह करने की साजिश तो नही रची जा रही ।
क्या सरकार की मंशा पर फेरा पानी…
पँचायत को अच्छे कार्य के लिए सम्मानित करने की मंशा भी सरकार की है मगर जहाँ ऐसे भ्रस्ट पँचायत कर्मी हो वहाँ सरकार के सरकारी पैसे की धज्जियां उड़ाने से कोई परहेज नही करता और सरपँच सचिव रोजगार सहायक शोभ कुमार गुप्ता जैसे वेंडरों से साँठ गाँठ कर साशन के पैसे की होली खेल रहे हैं। पूर्व में भी फर्जी बिलो का मामला प्रकाश में आ चुका है अब जिला प्रशासन की कार्यवाही की चाबुक कब तक तक चलेगी यह कह पाना तो मुश्किल है पर इस तरह के भुगतानो पर रोक लगाने की गुहार ग्रामीणो द्वारा जरूर लगाई जाती है।
क्या इन पर होगी कार्यवाही पँचायत के तीन तिकड़ी ने जमाया जड़ और किया फर्जी भुगतान
ग्राम पंचायत बीजापुरी न.1 में पदस्थ सचिव शिवराज सिंह और सरपँच ने मिलकर जो भुगतान किया है वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की योजनाओं को पलीता लगाया जा रहा वही पंचायती राज अधिनियम का दुरुपयोग करते हुए शोभ कुमार गुप्ता को हर एक कार्य का भुगतान करना कहा तक उचित है यह जाँच में खुलकर सामने आ जायेगा।
देखे बिल क्या सही क्या गलत —

