
कोतमा व आस पास के क्षेत्रो में है दहशत का माहौल ( पुष्पराजगढ़ से राजन सिंह की रिपोर्ट )

कोतमा, बिजुरी
वन परिक्षेत्र में इन दिनों जंगली हाथियों का झुंड रिहायशी क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है 15 नवंबर के सुबह कोतमा नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 12 गोविंदा साइडिंग में 8 हाथियों का दल सुबह से ही रिहायशी इलाके में घुसा था जहां क्षेत्र के सैकड़ों लोग हाथी को देखने के लिए हुजूम एकत्रित हो चुका था वहीं वन विभाग के द्वारा दो चार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर अपना पल्ला झाड़ लिए हैं जबकि कोतमा से सटे निगमनी रोड सिद्ध बाबा के वन परिक्षेत्र पीएफ 430 बीट कल्याणपुर अंतर्गत लगभग 10 हाथियों का हुजूम ग्रामीणों के फसल को चौपट कर सिद्ध बाबा पहाड़ पर दिन भर डेरा जमाए रहे वहीं शाम ढलते ही हाथियों का हुजूम रेवला पावर प्लांट की ओर आगे बढ़ रहे थे वहीं वन विभाग के कर्मचारी मौके पर हाथियों की निगरानी में जुटे रहे वन विभाग की लापरवाही भी साफ तौर पर माना जा रहा है जहां एक ओर एक महीने से हाथियों का झुंड टाकी मलगा के जंगलों में ही विचरण कर रहे हैं इन्हें आज तक छत्तीसगढ़ के जंगलों तक नहीं खदेड़ा जा सका अब इन दिनों यह हाथी रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर रहे हैं जिससे कभी भी बड़ी जनहानि हो सकती है जहां एक ओर हाथी को देखने के लिए सैकड़ों युवाओं का हुजूम हाथियों को देखने के लिए हाथियों के समीप तक चले जाते हैं वह जंगल से भटके हुए हाथी चिहाड़ मारते हुए आम लोगों पर भी दौड़ते हैं जहां वन विभाग के स्थानी कर्मचारी ही मौके पर उपस्थित हैं जिनकी संख्या भी कम है ऐसे में यदि ए हाथी रिहायशी इलाकों में प्रवेश करते हैं तो एक बड़ी जनहानि होने की संभावना है क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द हाथियों को इनके उचित स्थान में पहुंचा दिया जाए जिससे क्षेत्र में फैली दहशत के माहौल से आम आदमी राहत की सांस ले सके जहां एक ओर इन दिनों किसान खेत खलिहान पर ही अपना डेरा जमाए रहते हैं पर हाथियों के क्षेत्र में प्रवेश के बाद किसान काफी डरे हुए हैं वह अपने खेत खलिहान में भी नहीं रह रहे हैं!
जलेबिया बाई पर किया हाथी ने हमला

वार्ड क्रमांक 12 निवासी जिलेबिया बाई अपने खेत में काम कर रही थी उसी दौरान हाथियों का झुंड वहीं से गुजरा जब तक जलेबियां बाई सब कुछ समझ पाती उतने में ही हाथी ने लपेटकर जलेबिया बाई को फेंक दिया जिससे गंभीर चोट आई है जिसका इलाज कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर किया जा रहा है!
कई एकड़ फसल चौपट
हाथियों का झुंड जब से क्षेत्र में प्रवेश किया है तबसे कई एकड़ फसल बर्बाद कर चुके हैं,
विभाग के आला अधिकारी सारा दिन हाथियों के रिहायशी इलाके में रहने के बाद भी वन विभाग के जिले के उच्च अधिकारी नहीं दिखे!
क्षेत्र में दहशत का माहौल
कोतमा व आसपास के क्षेत्र में हाथियों के आ जाने से आम लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं वहीं ग्रामीणों के मुताबिक हाथियों का दल लोगों के घरों तक भी आ जाता है जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है कल हाथियों का दल कहां पहुंचता है यह जान चर्चा का विषय बना हुआ है!
हाथी के साथ हाथी का बच्चा
अभी पूर्व के ही दिनों में मलगा टाकी के जंगलों में ही मादा हाथी ने बच्चे को जन्म दिया था वह बच्चा भी हाथियों के झुंड के साथ ही है, जिसके सुरक्षा हेतु मादा हाथी देखने वाले झुंडो पर हमलावर होकर दौड़ती है !
