
चार सदस्यीय टीम ने 5 घण्टे में किया पीएम

नौरोजाबाद।
शनिवार की सुबह संदिग्ध अवस्था मे जंगली हाथी के झुंड में हाथी के बच्चे की मौत के बाद रविवार को विशेषज्ञ चिकित्सको की मदद से मृत बच्चे का पीएम कराकर अंतिम संस्कार किया गया है,इस मामले में वन मण्डलाधिकारी एमएस भगदिया ने बताया कि रविवार को शिशु हाथी का पीएम करा कर अंतिम संस्कार कराया गया है। सूत्र बताते है कि रविवार की सुबह 9 बजे से पीएम की शुरुआत की गई, जो तकरीबन 4.30 घण्टे तक चली। इस दौरान विशेषज्ञ चिकित्सको में डॉ. नितिन गुप्ता, डॉ जीएस पेन्द्रों, डॉ पूर्णिमा सिंह एवं डॉ . हिमांशु सिंह मौजूद रहे। विदित हो कि झारखंड से जंगल के रास्ते सरगुजा (छत्तीसगढ़ ) होते हुए संभाग के अलग अलग वन क्षेत्र से होकर जिले के वन क्षेत्र में पिछले कई सप्ताह से विचरण कर रहे थे, इस बीच शुक्रवार की रात जंगली हाथियों में से एक हाथी के बच्चे की अज्ञात कारणों से मौत हो गई, जिसके बाद संदिग्ध अवस्था मे हुई मौत को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे, हालांकि वन अमला हाथी के बच्चे की मौत के पीछे बीमारी की वजह बताया रहा था, इसी मृत हाथी के बच्चे का पीएम मौत के कई घण्टे बाद रविवार की सुबह कराया गया है। बताया जाता है कि जिले की सीमा में घुसकर पार्क क्षेत्र से होते हुए गुरुवार को जब यह झुंड ग्राम पठारी के पास पहुंचा था, झुंड का एक हाथी कुछ सुस्त था,जो कुछ दूर जाकर बैठ गया था,सूत्र बताते है कि यही हाथी के बच्चे के बैठने के बाद दुबारा नही उठ सका, बाद में उसकी वही मौत हो गयी थी, इस बीच वन अमला निरंतर इन हाथियों पर निगरानी रखा हुआ था,बताया यह भी जाता है कि ये हाथी का झुंड ग्राम पठारी में कई किसानों के खेतों में भी जमकर उत्पात मचाया है, जिससे गांव के आधे दर्जन से अधिक किसान प्रभावित हुए है। हाथियों के उत्पात से ग्राम पठारी के तकरीबन पांच किसान ज्यादा प्रभावित हुए है, इसके अलावा एक किसान ग्राम उचेहरा का भी प्रभावित बताया जा रहा है, वन विभाग अब इन किसानों के मुआवजे के लिए राजस्व अमले के साथ संयुक्त पंचनामा आदि की कार्यवाही भी किया है।
सरहद पार हुआ हाथियों का झुंड

पिछले कई हफ़्तों से जिले के अलग अलग वन क्षेत्र में विचरण कर रहे जंगली हाथी रविवार की दोपहर जिले की सरहद पार कर अनूपपुर सीमा में चले गये है। सूत्र बताते है कि इस दौरान दो दर्जन से अधिक वन अमला तकरीबन 500 मीटर दूरी से इनकी लोकेशन पर नजऱ रखा हुआ था,जिससे जिले की सीमा में आये इन मेहमानों के साथ कोई अनहोनी न हो,साथ ही इनके द्वारा वन क्षेत्र में किसी तरह की अनहोनी न घटे,बताते है कि वन अमला इस दौरान काफी सजग था,जिससे कभी भी हाथी इनकी आहट सुनकर इन पर हमला न कर बैठे। हाथियों के झुंड पर बराबर निगरानी में मुख्य रूप से एसडीओ पाली राहुल मिश्र, पाली रेंजर वीरेंद्र गौतम, घुनघुटी रेंजर एपी त्रिपाठी, नौरोजाबाद रेंजर पप्पू अप्टेल सहित उमरिया रेंज से अभिषेक पांडेय, दलबीर सिंह, हरिभजन सिंह, विजय सोनवानी, परशुराम सिंह के अलावा दो दर्जन से अधिक वन अमला मौजूद रहा। एसडीओ राहुल मिश्र ने बताया कि हाथियों का झुंड घुनघुटी वन क्षेत्र से ग्राम गांधीग्राम, तुमी होते हुए पहाड़ी के रास्ते अनूपपुर सरहद की ओर बढ़ गया है।
