
दृष्टिहीन को नही मिल रहा राशन और आवास योजना का लाभ

दृष्टिहीन कलावती ने कलेक्टर को देकर बताया अपना दर्द
अनूपपुर/पुष्पराजगढ़

जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ के ग्राम पंचायत पड़रिया की दृष्टिहीन कलावती पिता शंभू लाल उम्र 32 वर्ष को लगभग दो वर्षो से राशन नहीं मिल पा रहा है जिससे कारण महिला व उसके परिवार के भरण पोषण में दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। दृष्टिहीन कलावती पिता शंभू लाल उम्र 32 वर्ष ग्राम कुम्हवार ग्राम पंचायत पड़रिया जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ को विगत 1 वर्षों से खाद्यान्न मिलना बंद है। इस संबंध में कलावती ने कलेक्टर से आवेदन पत्र देते हुए मांग की कि खाद्यान्न विगत 2 वर्षों से बंद है पूर्व में उसे शासन द्वारा मुझे पीला वाला राशन कार्ड दिया गया था जिसमें 35 किलो राशन मिलता था परंतु सरपंच के द्वारा मेरा नाम काट कर दूसरे को पीला राशन कार्ड दे दिया और मुझे नीला राशन दिया गया जिसमें मात्र 5 किलो राशन मिलने का प्रावधान है । विगत 2 वर्षों नीला कार्ड होने के बाद भी राशन मिलना बंद है। दुखी मन से महिला ने कहा कि मैं दृष्टिहीन विकलांग हूं जो आज मैं अपना जीवन बसर किस प्रकार कर पाती हूॅ। यह तो मेरे साथ ईश्वर ही जानता होगा। उसने कहा कि सरपंच पडरिया को भी कई बार बोल चुकी हूँ कि मेरा नाम से पीएम आवास योजना के तहत मकान निर्मित करा दीजिये परंतु सरपंच द्वारा जिनसे रिश्वत मिलता है उसी का पीएम आवास निर्मित कराया जाता है। जबकि मैं गरीब दृष्टिहीन विकलांग महिला को ना तो आवास की सुविधा है और ना ही राशन तथा गरीबों के यहां शौचालय का निर्माण कराया गया है लेकिन मेरे यहां अभी तक शौचालय का निर्माण भी नहीं कराया गया है।
सरपंच की मनमानी
ग्राम पंचायत सरपंच अपने चहेतो को उपकृत करने के लिए हमेशा कार्य करते है, जबकि गरीब, निर्धन व बेसहारा को किनारे कर केवल धनवानों के पास ही हमेशा जाते है और उन्ही के अनुसार कार्य करते है। जिसके कारण आज दृष्टिहीन को भी दर-दर की ठोकरे खानी पडती है। इतना ही नही कई बार सरपंच के पास जाकर अपनी आप-बीती सुनाई लेकिन किसी ने किसी प्रकार की समस्याया का कोई निदान नही हो सका है।
