
लोक निर्माण विभाग अनूपपुर की लापरवाही से बाल-बाल बचे जल संसाधन विभाग के कर्मचारी

जल संसाधन विभाग के आफिस की छत गिरी कर्मचारी बाल बाल बचे लापरवाही का परिणाम
लोक निर्माण विभाग अनूपपुर की लापरवाही का परिणाम बाल-बाल बचे जल संसाधन विभाग के कर्मचारी :
अनूपपुर :-जहां एक ओर शासन शासकीय भवनों के निर्माण व मरम्मती कार्य हेतु लाखों-करोड़ों खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर शासन के मुलाजिम उनकी योजनाओ में पलीता लगाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहते हैं।
ऐसा ही एक मामला जो जल संसाधन विभाग में घटित हुआ वह घटना लोक निर्माण विभाग के लापरवाही का ही एक परिणाम है। जहां लेखा शाखा के कमरे की अचानक छत टूट कर गिरने से कर्मचारी में अफरा-तफरी मच गया और वहां कार्यरत कर्मचारी बाल-बाल बचे गंभीर सवाल यह है कि पूर्व में जल संसाधन विभाग के द्वारा लोक निर्माण विभाग अनूपपुर को पत्र लिखकर सूचित किया गया था, उक्त भवन जर्जर अवस्था में उसकी मरम्मती कार्य करवाई जाए। लेकिन लोक निर्माण विभाग अनूपपुर उक्त विभाग के पत्रों को नजर अंदाज करते हुए मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
सवाल यह उठता है कि जब पूर्व में ग्राम पंचायत परसवार में जल संसाधन विभाग के भवन निर्माण हेतु 3 एकड़ भूमि स्वीकृत किया गया था, तो आज दिनांक तक वह भवन क्यों नहीं बनवाया जा सका। फिर ऐसे में शासन प्रशासन की लचर व्यवस्था ने जल संसाधन विभाग के कर्मचारियों को मौत के हवाले कर दिया था। लोक निर्माण विभाग को जो भवन मरम्मत कार्य के लिए शासन के द्वारा राशि स्वीकृत किया जाता है, तो वह राशि कहां खर्च की जाती है, यह जांच का विषय है। ऐसी स्थिति में लोक निर्माण विभाग अनूपपुर के अधिकारी सवालों कटघरे में खड़े हो जाते हैं।
इस मामले को जिला प्रशासन अपनी संज्ञान में लेते हुए जांच कराए व दोषी पाए जाने पर लोक निर्माण विभाग अनूपपुर के अधिकारियों पर दंडात्मक कार्यवाही करें। व साथ ही जल संसाधन विभाग अनूपपुर का भवन बहुत ही जर्जर अवस्था मे है, जिसको ध्यान में रखते हुए नया भवन बनाकर जल संसाधन विभाग अनूपपुर को दिया जाए। जिससे उनकी जान के खतरे को टाला जा सके।

