

अनगिनत शिकायतों को दरकिनार करते हुये जिले की सबसे पुराने कन्या क्रीड़ा परिसर मे वर्षो से छात्रावास अधीक्षिका के पद पर सुनैना टेकाम पदस्थ है आयुक्त आदिवासी विभाग, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग, कमिश्नर शहडोल संभाग, जिला कलेक्टर आदि से हुई शिकायतों वा क्षेत्रीय अपर आयुक्त आदिवासी एवं अनुसूचित जाति क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण रीवा के आदेश की अवहेलना करते हुये सुनैना टेकाम को कन्या क्रीड़ा परिसर मे संचालित छात्रावास की अधीक्षिका के पद पर वर्षो से पदस्थ रखा गया है। जबकि उक्त विभाग द्वारा 19.09.1994 मे सख्त आदेश पारित करते हुये सुनैना टेकाम को दोबारा छात्रावास की अधीक्षिका ना बनाने की बात कही गई थी।
क्षेत्रीय अपर आयुक्त रीवा का यह है आदेश
क्षेत्रीय अपर आयुक्त आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण रीवा म.प्र. के ओदेश क्रमांक 1635 दिनांक 19.09.1994 मे उल्लेखित किया गया है कि पुष्पराजगढ़ मे संचालित उच्च श्रेणी शिक्षिका सुनैना टेकाम को कन्या शिक्षा परिषर छात्रावास से अनुशासन हीनता छात्रावास मे गंभीर अनियमितता के आरोप मे तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। सुनैना टेकाम के उपर लगाये गये आरोप के संबध मे निर्धारित समय अवधी मे अंतरिम उत्तर प्रस्तुत किया गया एवं आरोपो के संबध मे अंतिम उत्तर देने हेतु दस्तावेजों का अवलोकन कराये जाने की बात कही गई अंतिम उत्तर मे सुनैना टेकाम द्वारा अपने उपर लगाये गये समस्त आरोपो को अस्वीकार किया गया। तब दस्तावेजों के अवलोकन के आधार पर सुनैना टेकाम उच्च श्रेणी शिक्षिका निलंबन से बहाल तो कर दिया गया था किन्तु कन्या शिक्षा परिषर की अधीक्षिका के पद पर इनकी नियुक्ति ना किये जाने की बात कही गई थी।

छात्रावास की भृत्य मनीषा ने लिखित रुप मे सहायक आयुक्त से की थी गंभीर शिकायते
भृत्य मनीषा ने छात्रावास की अधीक्षिका सुनैना टेकाम पर गंभीर आरोप लगाते हुये सहायक आयुक्त को पत्र के माध्यम से शिकायत की थी कि सुनैना टेकाम के पति सुनील परस्ते छात्रावास परिषर मे दिन रात किसी भी समय अचानक आ जाते है और छात्रावास मे रह रहीं गरीब आदिवासी छात्राओं को नहाते समय घूरते रहते है साथ ही रात्रि कालीन समय मे किसी भी कमरे मे जाकर बैठ जाते है नियमानुसार किसी पुरुष को कन्या छात्रावास मे जाने की अनुमति नही होती फिर भी सुनैना टेकाम के पति किसी भी समय छात्रावास परिषर मे बेरोकटोक आते जाते रहते है वहीं सुनैना टेकाम छात्रावास परिषर मे निवास ना कर अपने खुद के मकान मे रात्रि कालीन विश्राम लेती है उनकी अनुपस्थिति मे सुनील परस्ते का छात्रावास परिषर मे आना जाना बढ़ जाता है।
इनका कहना है
सुनैना टेकाम की नियुक्ति मेरे समय से पूर्व की है और नियुक्ति दोबारा ना दिये जाने का आदेश मेरे संज्ञान मे नही है जैसे ही उक्त आदेश की काॅपी मुझ तक पहुंचती है तो कानूनन कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग
डी.एस.राव
