

बदलते समीकरण दे रहे संकेत…
पुष्पराजगढ़ ।
हाल ही मे समपन्न हुये विधानसभा चुनाव मे जिले की तीनो विधाानसभा मे भाजपा की करारी हार के बाद राजनैतिक समीकरणों मे काफी उलट फेर दिखाई देने लगा है और जब लोक सभा का चुनाव सामने हो तो समीकरण स्वाभाविक है बदलेंगे। शहडोल लोकसभा मे हमेषा जिले की विधानसभा पुष्पराजगढ़ से निर्णय हुआ है। और जब पुष्पराजगढ़ मे कद्दावर नेताओ को भाजपा वा कांग्रेस तलास रही हो तो ऐसे मे एक नाम सामने आ जाता है वह नाम है पूर्व मे कांग्रेस के रहे नर्बदा सिंह का जिन्होने बीच मे भाजपा की राजनीतिक की लेकिन उसकी गलत नीतियों वा उपेक्षओं को देखते हुये वह किनारे खड़े हो गये और विधानसभा चुनाव मे भाजपा ने उन्हे निष्काषित कर दिया उसके बाद भी नर्बदा सिंह क्षेत्र की जनता के लिये कार्य कर रहे है क्योकि उन्होने युवा अवस्था से ही अपना जीवन जनता की सेवा के लिये समर्पित कर दिया था वजह एक ओर थी कि वह स्व. दलबीर सिंह के भतीजे है और उनके ना रहने के बाद क्षेत्र को सभांलने की जिम्मेदारी उन पर ही थी बदलते समय या यूं कहे कि रणनीतियों का शिकार होने के कारण नर्बदा सिंह उस स्थान पर नही पहुच सके जहां की जनता उन्हे ले जाना चाहती थी पारिवारिक विद्वेष ने भी उनके सामने उतार चढ़ाव का समय लाया लेकिन वह सामान्य तरीके से चलते रहे बात अगर हम चुनावों की ओर ले जाये तो जिस पर भाजपा पहले दाव लगाना चाहती थी उस पर प्रत्यक्ष ना सही अप्रत्यक्ष रुप से दांव विधानसभा मे लगा ही दिया लेकिन नतीजा सबके सामने आ गया ना वह विरासत बचा सके और ना ही कुछ कर सके ऐसे मे लोकसभा चुनाव मे कांग्रेस की नजर राजनैतिक सूत्रों की माने तो नर्बदा सिंह पर है और इसका संकेत उस दिन दिखाई पड़ा जब क्षेत्र के कद्दावर नेता वा अनूपपुर विधायक बिसाहू लाल सिंह एक दिन मिल पड़े जानकार सूत्र बताते है कि बंद कमरे मे घंटो चली चर्चा के बाद आये लोकसभा प्रभारी वा वरिष्ठ नेताओ से भी नर्बदा सिंह की बातचीत हुई अगर यह सच है तो आगामी समय मे यहां की राजनीति मे उलटफेर जरुर दिखाई पड़ेगा।
