

अमरकंटक।
माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय द्वारा एक आदेश जारी कर अमरकंटक स्थित परिसर को 30/06/2019 से बंद करना बताया गया है । अचानक से ने परिसर बंद कर देेंने से यहाँ अध्ययनरत जनजातीय समाज के सभी छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है। मध्य सत्र मे अचानक मनमाने आदेश की कोई वजह नहीं बतलाई गयी है। अब उन्हे किसी अन्य संस्थान से संबद्ध करने का विकल्प दिये जाने की बात कही जा रही है। लेकिन इससे गरीबी की दशा मे बहुत मुश्किल से अध्ययन के लिये आने वाले छात्र छात्राओं की परेशानी बढ गयी है। इसे लेकर उन्होंने विगत दिवस राजेन्द्रग्राम में अधिकारियों को राज्यपाल के नाम ग्यापन सॊंप कर छात्र हित में कार्यवाही करने की मांग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार माखनलाल विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव दीपेन्द्र सिंह बघेल ने २८ जनवरी २०१९ को एक आदेश जारी कर बराती धाम अमरकंटक में वर्षों से संचालित परिसर को बन्द कर दिया। उन्होंने दूसरा विकल्प देने के लिये पत्र में लिखा है। छात्र छात्राओं की परेशानी ये है कि नजदीक परिसर होने के कारण उन्होंने बराती धाम ,अमरकंटक में प्रवेश लिया था। अब उन्हे शायद राजेन्द्रग्राम केन्द्र दिया जाएगा जो अमरकंटक से ४० किमी तथा बहुत से छात्र छात्राओं के घर से ऒर भी दूर पडेगा। गरीब जनजातीय छात्र छात्राओं के लिये ये अतिरिक्त बोझ है जिसे वे सहन करने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने राजेन्द्रग्राम मे अधिकारियों को राज्यपाल के नाम ग्यापन सौंप कर मांग की है कि उनका केन्द्र अमरकंटक में ही बनाया जाए।
