

गुरु और शिष्य के रिस्ते को किया तारतार
थाना राजेन्द्रग्राम अंतर्गत 6 मार्च की घटना मे एक शिक्षक ने अपने ही पढाई हुई शिष्या के साथ बालात्कार की घटना को अंजाम देकर गुरु और शिष्य के रिस्ते को तारतार करने का मामला प्रकाश मे आया है। ऐसी घटना कोई नई नही है ऐसी घटनाये आज कल आम बात होते जा रहीं है। मिली जानकारी अनुसार महाशिवरात्रि के अवसर पर मां नर्मदा की पावन धरती अमरकंटक मे सात दिवसीय मेले का आयोजन होता है। जिसमे पीड़िता धर्मस्थली मे मेला भ्रमण करने के उद्देष्य से अपने सहेली के साथ आई थी जो शाम को सहेली अपने घर चली गई और पीड़िता अकेली होने के कारण बसस्टैण्ड अमरकंटक मे बस का इंतजार कर रही थी तभी आरोपी मनोज चंद्रवंशी (शिक्षक) का आना हुआ और मनोज ने पीड़िता से हाल चाल पूंछा क्योकि पीड़िता और शिक्षक मनोज पूर्व से परिचित थे। पीड़िता ने बताया कि मै अकेली हूं और अपने घर जाने के साधन का इंतजार कर रही हूं तब शिक्षक मनोज चंद्रवंशी ने कहा कि चिंता मत करो मै आपको घर छोड़ दूंगा। पीड़िता ने बताया कि मेरे गुरुजी होने के कारण मैने उन पर भरोसा कर लिया और उनके साथ मोटर सायकिल मे बैठकर राजेन्द्रग्राम आ गई वो मुझे पुष्पराजगढ़ महाविद्यालय के पीछे अपने कमरे ले गये और ज्यादा रात होने की बात कहकर मुझे रोंक लिया और फिर मेरे साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
जानकारी के मुताबिक आरोपी मनोज चंद्रवंशी निवासी बेलगंवा ग्राम पंचायत बहपुर जिला अनूपपुर का रहने वाला है जो ग्राम पंचायत खाटी के पोंगा टोला प्राथमिक शाला मे शिक्षक के पद पर पदस्थ है जो करौंदा टोला निवासी 20 वर्षीय छात्रा को घर छोड़ने के बहाने अपने कमरे मे ले गया था पीड़िता भोपाल स्थित विश्वविद्यालय मे रहकर शिक्षा अध्ययन कर रही थी पीड़िता ने थाना राजेन्द्रग्राम मे शिकायत दर्ज करवाया जहां पुलिस थाना राजेन्द्रग्राम ने पीड़िता के शिकायत के आधार पर मेडिकल उपरान्त धारा 376, 506 के तहत मामला पंजीबद्ध कर आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
