

पुष्पराजगढ़ वन परिक्षेत्र करपा अंतर्गत ग्राम करौंदी में 16 की दरमियानी रात वन विभाग का अमला वन परिक्षेत्र में भ्रमण के दौरान आरोपी आनंदराम पिता जने सिंह निवासी करौंदी के झाला में छिपाये जीआई तार क्लच वायर बरछी सहित गिरफ्तार कर प्रकरण क्रमांक 4252.19 कायम कर वन्य प्राणी अधिनियम की धारा (2)9, 39, 50, 51, 52 दर्ज कर अपने हिरासत में ले लिया जिसमे मुख्य रूप से वन परिक्षेत्राधिकारी राम नरेश विश्वकर्मा परिक्षेत्र सहायक कारपा ब्रजभान सिंह आडाली, परिक्षेत्र सहायक अहिरगवा राजू केवट वीटगार्ड रामगरीब कोल रंजीत वनावल ओमप्रकाश धुर्वे सुरक्षा श्रमिक हरिश्चंद्र बंजारा सहित वन अमला मौजूद रहा।
बिलुप्त होते जा रहे वन्य प्राणी
शिकारियों की वजह से आये दिन बेजुबान जानवर शिकार होते जा रहे है जिसकी वजह से कई प्रजातिया बिलुप्त होते जा रही है आज का मानव यह भूल गया है कि पृथ्वी पर अन्य जीव जन्तुओं को भी रहने का उतना ही अधिकार है, जितना मनुष्य को। वनस्पति, जीव-जन्तु तथा मानव एक दूसरे के अस्तित्व के पूरक हैं। वन्य जीवों को मारने का मानव का जन्मजात स्वभाव है क्योंकि उसने सर्वप्रथम इन्हीं को भोजन के रूप में देखा था। आदिकाल में शिकार, जोखिम व बहादुरी का प्रतीक था, तो मध्य काल में शान-शौकत व मनोरंजन का काम समझा जाने लगा और आधुनिक युग में तो यह अत्यधिक लाभप्रद व्यवसाय के रूप में परिवर्तित हो गया है।
