

होली रे होली आई रे….होली अरा…ररा… रे…
editing by Swati Varma
पौराणिक कथा अनुसार हिरण्याकष्यप महान शक्ति साली राजा था वह चाहता था कि हर कोई देवता उसकी पूजा करे वहीं उसका पुत्र प्रहलाद आदेश का पालन न करते हुये अपने पिता की बजाय भगवान विष्णु की पूजा करनी शुरू कर दी तभी हिरण्षकष्यप की बहन होलिका ने योजना बनाई, होलिका के पास आग मे न जलने वाला एक वस्त्र था जैसे ही वह प्रहलाद को जलती अग्नि पर लेकर बैठी तभी उसका कपड़ा उडकर प्रहलाद के ऊपर चला गया और होलिका आग मे जलकर भस्म हो गई और प्रहलाद बच गया तभी से बुराई पर अच्छाई की जीत को लेकर होलिका जलाई जाती है।

अंचल मे ऐसे मनाया जाता है होली का त्यौहार
हमारे आस पास के क्षेत्रों मे होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता है होली के इस पावन पर्व पर बच्चे होली जलाने के लिये आस पास से लकड़िया इकठ्ठी करते है होलिका बनाते समय बच्चे बीच मे डांग लगाते है और चारो तरफ छोटी छोटी लकड़िया और उपले भी रखते है। चारो तरफ गोल आकार मे चैक पूरते है रात्रि कालीन समय होलिका को जलाने से पहले उसकी विधिवित पूजा की जाती है पूजा मे गुलाल, नारियल, सूत, मिठाई, जल इत्यादि पूजा की सामग्री रखते है पूजा के बाद होलिका जलाते है तत्पष्चात नजर उतारने के राई नमक का प्रयोग किया जाता है और फेरा लगाते है अंत मे बुराई पर अच्छाई की जीत के लिये प्रार्थना करते है। प्रातः काल उठकर जली हुई होलिका की राख को अपने माथे पर तिलक लगाते है और एक दूसरे को टीका लगाकर रंगो का त्यौहार आंरभ करते है। लोग एक दूसरे पर गुलाल लगाकर एक दूसरे को गले लगाते है और होली की बधाई देते है। साथ ही होली पर गाया जाने वाला फगुआ गीत भी गाते है। जिससे हर तरफ खुसियां नजर आती है।
रंग गुलालो से सजी दुकाने
होली प्राचीन हिंदु त्यौहारो मे से एक है रंगो के त्यौहार के तौर पर मशहूर होली का त्यौहार फाल्गुन महीने के पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। होली मे जिला अनूपपुर, कोतमा, राजेन्द्रग्राम और अमरकंटक मे भी होली के त्यौहार पर रंग गुलाल की दुकाने सजी है हर तरफ रंगो की बहार दिख रही है। लोगो के चेहरे पर गुलाल देखने को मिल रहा है। बच्चो के लिये पिचकारी और अबीर के लिये खास दुकाने सजी है। हर जगह बाजारो मे रंग बिरंगे पीले, नीले, लाल अबीर खरीदने के लिये भीड़ दिखाई दे रही है, हर तरफ चहल पहल का वातावरण बना हुआ है। साथ ही अलग अलग तरह की मिठाइयों के लिये भी खास इंतजाम किये गये है।
