

अनूपपुर।
आचार सहिंता के दौरान निर्विध्न व शांतिपूर्ण मतदान के लिए जिले में पुलिस द्वारा अपराधियों व फरार स्थाई वारंटियों के विरूद्ध अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें जिले के विभिन्न थानों में 23 मार्च से लेकर 26 मार्च तक अलग-अलग प्रकरणों में वर्षों से फरार 10 स्थाई वारंटियों को गिरफ्तार किया गया है। दुष्कर्म, धोखाधड़ी, अपहरण व चोरी के प्रकरणों में एक दशक से भी ज्यादा समय से फरार चल रहे स्थाई वारंटियों को गिरफ्तार करने में सफल रहे पुलिस कर्मियों को पुलिस अधीक्षक जे.एस. राजपूत द्वारा नगद पुरूस्कार प्रदान किया गया है। जिसमें नाबालिग के अपहरण व दुष्कर्म के मामले में जैतहरी थानांतर्गत ग्राम मुंडा निवासी तीरथ पिता गोदला भैना जो की एक वर्ष से फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक द्वारा 5 हजार रूपए का इनाम की घोषणा की गई थी। जिसमें 25 मार्च को तीरथ भैना को सहायक उप निरीक्षक वीरेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। दुर्घटना कर फरार आरोपी को धारा 279, 337, 338 ताहि के प्रकरण में स्थाई वारंटी किशन उर्फ अर्जुन सिंह गोड़ वर्ष 2014 से फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी के लिए 2 हजार के इनाम की घोषणा की गई थी। वहीं 25 मार्च को कोतवाली अनूपपुर में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक पी.एस. बघेल द्वारा किशन उर्फ अर्जुन सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। धोखाधड़ी मामले में कोतवाली अनूपपुर अंतर्गत ग्राम ओढ़ेरा निवासी मोहन सोंधिया वर्ष 2014 से धारा 420, 467, 471,120 बी के तहत फरार चल रहा था। 25 मार्च को प्रधान आरक्षक श्याम शुक्ला ने वारंटी मोहन सोधिया को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की जिस पर पुलिस अधीक्षक ने प्रधान आरक्षक श्याम शुक्ला को 500 रूपए केे नगद ईनाम से पुरूस्कृत किया गया है। वहीं चचाई थानांतर्गत घटित अपराध धारा 279, 337 ताहि में स्थाई वारंटी नानभईया उर्फ रमाकांत यादव 3 वर्ष से फरार चल रहा था । सहायक उप निरीक्षक महिपाल प्रजापति ने 23 मार्च को वारंटी को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक द्वारा 500 रूपए से पुरूस्कृत किया है। वहीं भालूमाडा थाने में चोरी के मामले में वर्ष 2015 से फरार चल रहे स्थाई वारंटी पप्पू खान को प्रधान आरक्षक कमलेश प्रताप सिंह के द्वारा गिरफ्तार करने पर 500 रूपए, एवं 11 वर्ष से फरार चल रहे स्थाई वारंटी इन्द्रभान गोड़ को धारा 457, 380 में फरार था जिसे प्रधान आरक्षक अमेरिका दास व आरक्षक मनोज नामदेव द्वारा गिरफ्तार किया गया। दोनों को क्रमशः 300 रूपए व 200 रूपए के पुरूस्कार से पुरूस्कृत किया गया है। वहीं थाना राजेन्द्रग्राम में मारपीट के मामले में वर्ष 2013 से फरार स्थाई वारंटी वंशधारी उर्फ विजय सिंह को 25 मार्च को गिरफ्तार करने पर निरीक्षक खेमसिंह पेन्द्रो व उप निरीक्षक धरम सिंह मरावी को 300 एवं 200 रूपए के पुरूस्कार से पुरूस्कृत किया गया है। चैकी सरई में वर्ष 2001 में घटित अपराध धारा 341, 294, 323 में फरार स्थाई वारंटी भारत बादीगीर की गिरफ्तारी पर 25 मार्च को उप निरीक्षक विवेक कुमार द्विवेदी को 500 रूपए से पुरूस्कृत किया गया है। इस प्रकार जिले के अलग-अलग थानों में स्थाई वारंटियों के गिरफ्तारी में उत्कृष्ट व सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारी को पुलिस अधीक्षक द्वारा उपरोक्त प्रकरणों में कुल राषि 11 हजार रूपए का ईनाम दिया गया है। इसके अलावा अन्य वारंटियों को पकड़ने में लगन एवं मेहनत से कार्य करने वाले अधिकारी/कर्मचारियों को भी उचित ईनाम से पुरस्कृत किया जाएगा।
