

बिजुरी रेल्वे स्टेशन के समीप गल्लैया टोला रेल्वे फाटक के पास गत 31 मार्च को सायं लगभग 6 बजे एक अज्ञात ब्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार उक्त व्यक्ति का शरीर कई हिस्सों में जा कटा था तथा सर व धड दूर दूर जा गिरे जिससे मृतक की पहचान नही की जा सकी। बताया जाता है कि घटना के बाद थाना बिजुरी को लगभग 6ः30 बजे सायं सूचना दी गई जिस पर थाना बिजुरी के सहायक उपनिरीक्षक जी पी तिवारी मौके पर जाकर शव का पंचनामा कर मृतक के संबंध में आवश्यक जानकारी एकत्र करने की कोशिश की गई और बिना सर के धड को बिजुरी नगर के शासकीय अस्पताल में पी.एम. हेतु रखवा दिया गया। शव का पी.एम. आज सुबह नगर के चिकित्सक ने किया तथा शव को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
जब परिजन सर लेने पहुंचे थाना बिजुरी
मृतक के परिजन आज सुबह 1 अप्रेल को शव की शिनाख्त करने शासकीय अस्पताल बिजुरी आये तथा मृतक का नाम देवनाथ साहू पिता गोविंद साहू निवासी विशुन टोला निगवानी थाना कोतमा के रुप मे किये तथा मृतक के शरीर का सर न पाकर सैकडों लोग हंगामा करने लगे व थाना बिजुरी जा पहुंचे जहां पर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में परिजनों को समझाने व सांत्वना देने अनुविभागीय अधिकारी पुलिस व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोतमा ने थाना बिजुरी का मोर्चा सम्हाला परिजनों की बात पर कार्यवाही का आस्वासन दिया। तब जाकर बिना सर के मृतक का क्रिया कर्म करने को राजी हुये। उक्त अधिकारियों को मर्ग जांच कर्ता विवेचक जी पी तिवारी, ने बताया कि मौके पर सर नही होने से उसे नही लाया जा सका है। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार घटनास्थल पर मृतक का सर उठाने में पुलिस द्वारा लापरवाही बरती गई, जिससे मृतक का सर गायब हो गया। बताया गया कि रात में घटनास्थल पर मौका पंचनामा बनाकर पुलिस वाहन शव उठाने वालों को ढूंढ़ने चली गई और मौके पर किसी भी पुलिसकर्मी की तैनातगी नही किया गया। मसलन पुलिस के दोबारा जाने पर मृतक का सर गायब हो गया जिसे छिपाने वे अब सर का मौके से न होना बता रहे हैं। बहरहाल मृतक के परिजन पुलिस के इस मानवता को शर्मसार करने वाली लापरवाही को लेकर मर्ग जांचकर्ता के विरुद्ध कार्यवाही करने पर अडे हैं।
