

मंच से ही उठे गुटबाजी के स्वर, कार्यकर्ताओं ने खूब मचाया शोर
इन्ट्रो- संसदीय क्षेत्र शहडोल से कांग्रेस प्रत्याशी प्रमिला सिंह ने प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल व जनजातीय विभाग के मंत्री ओमकार सिंह मरकाम की उपस्थिति में निर्वाचन अधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर के समक्ष लाव-लश्कर के साथ नामांकन दाखिल किया। इसके पहले सामतपुर तालाब के ऊपर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे प्रभारी मंत्री के सामने ही मंच से गुटबाजी के स्वर गूंजे। जिसमें कार्यकर्ताओं ने खूब शोर मचाया। अंततः प्रभारी मंत्री ने माईक संभालते हुए कार्यकर्ताओं को शांत कराया।
शहडोल संसदीय क्षेत्र के लिए नामांकन दाखिले के चौथे दिन शुक्रवार को तीन नामांकन दाखिल किए गए। जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी प्रमिला सिंह, कम्युनिष्ट पार्टी से केशकली व निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मन्ना सिंह ने जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपना नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस प्रत्याशी प्रमिला सिंह ने भारी जन समूह के साथ सामतपुर तालाब के ऊपर आम सभा को संबोधित करने के पश्चात् रैली के साथ जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंची। रैली के समय बेतरतीब गाड़ियों से जहां यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई। वहीं प्रशासन ने पूर्व अनुमान के अनुसार जो व्यवस्था की थी, वह आज खरी नहीं उतरी। जिससे जहां एक ओर यातायात अवरूद्ध रहा, जिससे स्कूली छात्रों, आम राहगीरों को घंटों बेवजह जाम का सामना करना पड़ा।

केन्द्र सरकार पर बरसे मंत्री
कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने के पूर्व सामतपुर तालाब पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिले के प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि अब वक्त आ गया है केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बनाने का हम सब एकजुट होकर अपने नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का संकल्प लें। उन्होंने मंच से केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की नीतियों को विफल बताते हुए युवाओं व आम नागरिकों सहित किसानों के साथ छलावा करने वाली सरकार बताया। प्रभारी मंत्री ने कहा कि विपक्ष ने कई ऐसे मुद्दे सामने लाये, जिसका संसद में सरकार जवाब तक नहीं दे पायी। उन्होंने कहा कि सब कुछ भूलकर एक ही बात याद रखना है, वह है हमारी पार्टी का निशान जिसके लिए हम सबको तन्मयता से कार्य करना है।
खुलकर दिखी गुटबाजी
जिले के प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल जैसे ही कार्यकर्ताओं को संबोधित कर अपनी कुर्सी पर बैठे, उसके बाद संबोधित करने के लिए उठे। मैकलांचल के दिग्गज नेता के बोलने के पहले ही कुछ कांग्रेसियों ने शोर मचाना शुरु कर दिया। नेताजी ने खुलकर कहा कि यह सब कुछ करना हमारे कार्यकर्ताओं को भी आता है। इतने में प्रभारी मंत्री ने माईक थामा और सभी को समझाईश दी। उसके बाद एक बार वाक्या कोतमा के नेताजी के साथ भी यही हुआ। जिला मुख्यालय के एक टुटपुंजिहे नेता ने स्वर ऊंचे किए, तो उन्होंने कड़े स्वरों में जवाब दिया। कुल मिलाकर जिले की तीनों विधानसभाओं के नेता अपनी-अपनी ओर खींचतान में लगे रहे। समय रहते शीर्ष नेतृत्व ने ध्यान दिया, तो इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ सकता है।
प्रत्याशी को लेकर जारी चर्चाएं
कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी से विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आने वाली पूर्व विधायक प्रमिला सिंह को प्रत्याशी बनाया है। अब जब उन्होंने नामांकन दाखिल कर दिया, तो उसके बाद किसी भी प्रकार का कोई संशय नहीं रह जाता, इसके बावजूद भी जमीनी कार्यकर्ता उन्हें नहीं पचा पा रहे हैं। कार्यकर्ताओं में खुलकर चर्चायें होती है कि क्या कांग्रेस में कोई नेता नहीं था, जो दल बदलकर आने वाले को प्रत्याशी बनाया गया। यह बात भी कहीं न कहीं अपने आप में मायने रखती है।
नामांकन दाखिले में यह रहे मौजूद
कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी प्रमिला सिंह को नामांकन दाखिल कराने के दौरान जिले के प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल, जनजातीय कार्य मंत्री ओमकार सिंह मरकाम, अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह, कोतमा विधायक सुनील सराफ, पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल सिंह, बड़वारा विधायक बसंत सिंह, जिला अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, कार्यवाहक अध्यक्ष मयंक त्रिपाठी, सिद्धार्थ शिव सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार त्रिपाठी, नर्मदा सिंह, जयंत राव, महामंत्री राकेश शुक्ला सहित संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के तमाम बडे नेता मौजूद रहे।
