
मंदिर के प्रशासक कलेक्टर हैं तो चोला चढ़ाने के मामले में उन पर भी हो FIR

इंदौर।
खजराना मंदिर में भगवान गणेश पर भाजपा के चुनाव चिन्ह वाला चोला चढ़ाने को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी और पुजारी अशोक भट्ट पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में कलेक्टर भी दोषी हैं क्योंकि मंदिर के प्रशासक खुद कलेक्टर हैं और पुजारी प्रतिनिधि। कानून के अनुसार प्रधान व्यक्ति ही किसी भी अच्छे या बुरे काम के लिए जिम्मेदार होता है। उसी के अनुसार मंदिर के प्रशासक होने के कारण कलेक्टर खुद भी आचार संहिता उल्लंघन के लिए उत्तरदायी हैं। इस संदर्भ में एडवोकेट पंकज वाधवानी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है। वहीं मंदिर के पुजारी ने इस मामले में स्पष्ट किया है कि वे चुनाव की आदर्श आचार संहिता के जानकार नहीं हैं।
नामांकन फॉर्म भरने के बाद भाजपा प्रत्याशी लालवानी ने खजराना गणेश मंदिर में अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह का चोला व झंडे वाले वस्त्र पहनाए थे। इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की गई। शिकायत का परीक्षण करने के बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई। अधिवक्ता ने बताया कि जिस प्रकार से भाजपा प्रत्याशी व खजराना मंदिर के पुजारी के विरुद्घ आचार संहिता उल्लंघन के तहत प्रकरण पंजीबद्घ किया है। उसी तरह यदि कानूनी रूप से देखा जाए तो एफआईआर के लिए आदेशित करने वाले खुद एफआईआर में पार्टी हैं और वे आचार संहिता का उल्लंघन होने की वजह से खुद भी जिम्मेदार हैं।

कलेक्टर के खिलाफ अब तक शिकायत नहीं
इस मामले में अपर कलेक्टर भव्या मित्तल ने बताया कि भाजपा प्रत्याशी पर एफआईआर दर्ज होने के बाद अब चुनाव आयोग के नियमानुसार कार्रवाई होनी है। वहीं कलेक्टर के खिलाफ ऐसी कोई भी शिकायत अब तक हमारे पास नहीं आई है।
‘मैं आचार संहिता का जानकार नहीं न ही पूजन सामग्री पर मेरा नियंत्रण’
खजराना गणेश मंदिर में भाजपाई झंडे का चोला चढ़ाने के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद अशोक भट्ट ने कहा मैं आचार संहिता का जानकार नहीं हूं। प्रत्याशियों और श्रद्धालुओं द्वारा लाई जाने वाली पूजन सामग्री पर मेरा नियंत्रण है। श्रद्धालुओं के साथ ही अलग-अलग पार्टी के प्रत्याशी आकर पूजन-पाठ करते हैं। अपने साथ पूजन की सामग्री भी लाते हैं। उनके द्वारा लाई गई पूजन की सामग्री पर मेरा कोई नियंत्रण नहीं है। उस दिन भाजपा प्रत्याशी लालवानी भी खजराना गणेश के पूजन के लिए आए थे। उन्होंने भगवान को अर्पित करने के लिए जो सामग्री दी, उसे मैंने चढ़ाया।
चोला चढ़ाने के 10 मिनट के भीतर इस ओर मेरा ध्यान एक भक्त ने दिलाया। उनके ध्यान दिलाते ही मैंने चोला उतार दिया। मेरा किसी पार्टी को कोई समर्थन नहीं है, न ही मैं किसी का प्रचार-प्रसार कर रहा हूं। एफआईआर की जानकारी मुझे सोशल मीडिया से मिली है। एफआईआर दर्ज हुई है तो उस संबंध में कानूनी प्रक्रिया का पालन करूंगा।
