
आईजीएनटीयू अमरकंटक में विधिक साक्षरता/जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन ( अनिल दुबे की रिपोर्ट )

अनूपपुर।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर द्वारा इंदिरा गांधी जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में ‘‘आदिवासियों के अधिकारों का संरक्षण और प्रवर्तन के लिए विधिक सेवा योजना‘‘ विषय पर विधिक साक्षरता/जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। उक्त शिविर में डाॅ0 सुभाष कुमार जैन ने उपस्थित विश्वविद्यालयीन छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि योजना का लक्ष्य भारत में जनजातियों तक न्याय की पहुंच को सुनिश्चित करना है। न्याय तक पहुंच की अपने तमाम अर्थाें में अर्थात् अधिकारों तक पहुंच, लाभ, विधिक सहायता, अन्य विधिक सेवाएं इत्यादि को सुगम बनाता है, ताकि संविधान के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक एवं न्याय को सुनिश्चित करने के वचन का देश में जनजातियों द्वारा भी अर्थपूर्ण रूप से अनुभव कर सके। जैन ने भारतीय संविधान में उल्लेखित अनुच्छेद 14, 15, 16 एवं 21 के साथ-साथ सामाजिक न्याय, मूल अधिकार, मूल कर्तव्य के संबंध में भी उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ0 कट्टीमनी ने जैन द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण जानकारी के संबंध में उनको धन्यवाद ज्ञापित किया। शिविर के अंत में राष्ट्रगान का सामूहिक रूप से गायन किया गया। उक्त विधिक साक्षरता शिविर में राकेश सनोडिया प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 अनूपपुर, आरती रतौनिया प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-2 अनूपपुर एवं जीतेन्द्र मोहन धुर्वे जिला विधिक सहायता अधिकारी, प्रो0 प्रसन्ना के0 समल, प्रो0 मनोकोंडा रविन्द्रनाथ, केनेडी भीमटे, ऋषि पाण्डेय, महेश साकेत, पीएलव्ही आयुश सोनी एवं विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
