
जनवादी आंदोलन की आवाज कुचलने का प्रयास ( आशुतोष सिंह की रिपोर्ट )

मोजर बेयर कंपनी के दबाव में जिला प्रशासन: जसविंदर
अनूपपुर।
मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी व मोजर बेयर पाॅवर प्लांट जैतहरी में श्रमिकों की आवाज बन चुके जुगुल किशोर राठौर पर प्रस्तावित जिला बदल की कार्यवाही को लेकर पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन मोजर बेयर कंपनी के दबाव में कार्य कर रहा है। सत्ता परिवर्तन के बाद भी प्रशासन की मानसिकता नहीं बदली। लोकतांत्रिक अधिकारों, जनवादी आंदोलन व प्रतिरोध की आवाज कुचलने की पुरानी मानसिकता का शिकार आज भी जिला प्रशासन है। इसका जीता-जागता उदाहरण श्रमिक हितों की लड़ाई लड़ने वाले मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी के नेता जुगुल किशोर राठौर पर जिला बदर की तैयारी है। उन्होंने कहा कि जुगुल किशोर राठौर ने मोजर बेयर पाॅवर प्लांट के विरोध में कई आंदोलन मजदूरों का हक व किसानों की मांगों को लेकर किया है। उनके विरूद्ध कोई भी आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध नहीं है। जुगुल किशोर राठौर के द्वारा मोजर बेयर में मजदूरों की लड़ाई लड़ने के मामले में प्रकरण पंजीबद्ध प्रशासन के दबाव में किया गया था जो मामला न्यायालय में चल रहा है। वर्तमान में जिला प्रशासन की यह कार्यवाही प्रबंधन के दबाव में दिखाई पड़ रही है जो निंदनीय है।

सत्याग्रह के लिए होंगे बाध्य
बीते दिवस मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी मध्यप्रदेश राज्य समिति की बैठक में पार्टी के नेता जुगुल किशोर राठौर पर प्रस्तावित की गई जिला बदल की कार्यवाही को लेकर निर्णय लिए गए। जिसमें पार्टी के पदाधिकारियों ने तय किया कि जनतांत्रिक अधिकारों के हनन के मामले में पार्टी चुप नहीं बैठेगी। राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने स्पष्ट किया कि सभी जनतांत्रिक ताकतें व दलों को साथ लेकर हम इस घटना का विरोध करेंगे। इसके अलावा सूखे की चपेट में आए जिले व जलसंकट के साथ ही मनरेगा के श्रमिकों का समय पर भुगतान न होने, तेंदूपत्ता संग्रहण में शोषण का शिकार हुए आदिवासियों व उन्हें वनाधिकार का पट्टा और किसानों के लिए खरीफ की फसल हेतु खाद, बीज प्रदाय कराने के मामले को लेकर अभियान चलाते हुए 07 जून को पार्टी जिलााधीश कार्यालय के समक्ष सत्याग्रह करेगी।
