
कलेक्टर ने किया ओम और प्राची का सम्मान ( अनिल दुबे की रिपोर्ट )

सतत परिश्रम एवं पूर्ण मनोयोग से कोई भी लक्ष्य कर सकते हैं प्राप्त – कलेक्टर
कलेक्टर ने किया जिले का नाम रोशन करने वाले ओम एवं प्राची का सम्मान
बुद्धि और मेहनत में, मेहनत की विजय सदैव निश्चित ( अनिल दुबे की रिपोर्ट )

अनूपपुर।
किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए सच्चे मन से सतत रूप से किया गया प्रयास सदैव सफल होता है। लक्ष्य की प्राप्ति में बाधाएँ आती हैं तो उनका धैर्यपूर्वक सामना कर ईमानदारी से प्रयास करें। कलेक्टर ने 10 वीं की परीक्षा में मध्यप्रदेश की प्रावीण्य सूची में नाम लाकर जिले का नाम रोशन करने वाले छात्र ओम केशरवानी (प्रदेश में 5 वाँ) एवं छात्रा प्राची शर्मा (प्रदेश में 9 वाँ) को कलेक्ट्रैट सभागार में सम्मानित एवं पुरुष्कृत कर सदैव सफल होने का मंत्र बतलाया। इस दौरान दोनो बच्चों ने बड़ा होकर आईएएस अधिकारी बनने की इच्छा बतलायी। कलेक्टर ने किसी भी प्रकार की आवश्यकता पड़ने पर निःसंकोच सम्पर्क करने के लिए कहा। बच्चों के साथ उनके माता पिता एवं शिक्षक भी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने कहा 10 वीं की परीक्षा भविष्य की नीव रखती है आगे और भी कठिन परीक्षाएँ आएँगी उनमें सफल होने के लिए लगन और कड़ी मेहनत आवश्यक है। उन्होने कहा मेहनत की कोई सीमा नही होती कोई भी बालक मेहनत कर किन्हीं भी ऊँचाइयों को प्राप्त कर सकता है। किसी भी प्रकार की कमी को मेहनत से दुरुस्त किया जा सकता है। उन्होने सभी छात्रों को समझाइश देते हुए कहा कि बुद्धि और मेहनत में सदैव मेहनत पर भरोसा करें और मेहनत करने से पीछे न हटें। उन्होने कहा सभी बच्चे अपनी रुचि अनुसार एक गतिविधि जैसे उपन्यास पढ़ना, खेलना, कुकिंग, बुनाई, दौड़ना, योग आदि में से कम से कम एक गतिविधि का चयन अवश्य करें जिससे वे सतत पढ़ाई के तनाव से दूर होकर पुनः मेहनत के लिए शारीरिक एवं मानसिक रूप से तैयार हो सकें। कलेक्टर ने जिले के समस्त सफल विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ देते हुए असफल विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा मन छोटा न करें और मेहनत करें यह परीक्षा जीवन का एक पड़ाव है मंजिल नहीं भविष्य में आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत में जुट जाएँ। उन्होने बताया जुलाई माह में रुक जाना नही परीक्षा के माध्यम से बच्चे अपना एक वर्ष बचा सकते हैं बस सच्चे मन से प्रयास में जुट जाएँ और सतत रूप से अध्ययन कर अपने सपनो को साकार करें। इस दौरान सरस्वती शिशु मंदिर बिजुरी जहाँ के दो छात्रों ने प्रावीण्य सूची में नाम अर्जित किया है के शिक्षकों एवं प्रबंधन की सराहना करते हुए अन्य संस्थानो को शिक्षा के उच्च मानक स्थापित कर बच्चों के भविष्य को सवाँरने में पूरी निष्ठा से प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होने कहा बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करने के साथ उनके मन से विभिन्न विषयों के भय को निकालना भी जरूरी है इस हेतु विशेष प्रयास करें और विषय को सहज एवं सरल रूप में प्रस्तुत करें।
