

भोपाल,
मध्यप्रदेश के कॉलेजों में एडमिशन के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया 10 जून से शुरू है। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने 15 मई को दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट घोषित किया था, लेकिन एक माह बाद भी बोर्ड अंकसूची नहीं बांट पाया है। इससे विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं। हालांकि उच्च शिक्षा विभाग ने मप्र बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए काउंसलिंग में दस्तावेज सत्यापन माशिमं से ऑनलाइन कराकर एक सुविधा तो दी है, लेकिन एडमिशन के समय मूल अंकसूची की जरूरत पड़ेगी। इसके बाद माइग्रेशन व टीसी की भी जरूरत पड़ेगी, लेकिन स्कूलों में अभी तक अंकसूची नहीं पहुंची है। हालांकि नियम यह है कि रिजल्ट की घोषणा के 15 दिन बाद अंकसूची दे दी जानी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। उधर, मंडल का कहना है कि अंकसूची तैयार कर ली गई है, स्कूलों में भिजवाने की प्रक्रिया बाकी है, जिसमें 4 से 5 दिन का समय लगेगा। इस साल प्रदेश से दसवीं व बारहवीं में कुल 18 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें बारहवीं का रिजल्ट 72.37 फीसदी और दसवीं का 61.32 फीसदी रहा। पॉलिटेक्निक में नहीं ले पा रहे दाखिला : दसवीं की परीक्षा में इस साल 8 लाख 66 हजार 725 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इस बार रिजल्ट 61.32 फीसदी रहा। इसमें कई ऐसे भी विद्यार्थी हैं, जो पॉलिटेक्निक कॉलेज में एडमिशन के लिए पीपीटी परीक्षा में शामिल हुए हैं। उन्हें अंकसूची नहीं मिलने के कारण एडमिशन लेने में परेशानी हो रही है।
