

नई दिल्ली।
मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग क्षेत्रों में आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की है। इस दौरान हवा की रफ्तार 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटे रहने की संभावना जताई गई है। वहीं, बुधवार को खत्म हुए हफ्ते में औसत से 24 फीसद कम बारिश दर्ज की गई है।
देश भर में मौसम के हाल पर गुरुवार को जारी बुलेटिन में आइएमडी ने कहा है कि बिहार, ओडिशा और झारखंड में भी बिजली कड़कने के साथ ही तेज हवाएं चल सकती हैं। पश्चिम बंगाल और सिक्किम के उप हिमालयी क्षेत्रों में कहीं भारी तो कहीं अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी भी जारी की गई है।

मौसम विभाग के मुताबिक अगले चौबीस घंटे के दौरान कोंकण, गोवा, असम और मेघालय के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। केरल, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, तटवर्ती कर्नाटक, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी अलग-अलग स्थान पर मूसलाधार बरसात हो सकती है।
दक्षिणपश्चिम और पश्चिम-मध्य अरब सागर में ऊंची लहरे उठेंगी। इसको देखते हुए मछुआरों को फिलहाल समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
वहीं, मुंबई में स्थानीय मौसम कार्यालय ने बताया कि 26 जून को खत्म हुए सप्ताह में देश के विभिन्न भागों में मानसून की औसत से 24 फीसद कम बारिश दर्ज की गई है।
कम बारिश से धान, सोयाबीन और मक्के जैसी खरीफ की फसलों को नुकसान पहुंचने का खतरा पैदा हो गया है। हफ्ते भर की देरी से आए मानसून में अब तक 36 फीसद कम बारिश दर्ज की गई है। पहली जून को मानसून केरल के तट से टकराता है, लेकिन इस बार आठ जून को मानसून में केरल में दस्तक दी थी।
अरब सागर में पैदा हुए चक्रवाती तूफान ‘वायु’ ने इसकी नमी खींच ली थी, जिससे उसकी रफ्तार धीमी पड़ गई थी और देश के दूसरे हिस्सों में मानसून के पहुंचने में और देरी हुई थी।
मुंबई में जलसंकट का खतरा बढ़ा
देश की आर्थिक राजधानी पर भीषण जल संकट का खतरा मंडराने लगा है। बृहन मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने गुरुवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि मानसून में देरी की वजह से सभी सरोवरों में मुश्किल से पांच फीसद ही जल रह गया है।
बीएमसी ने कहा कि महानगर की 1.7 करोड़ आबादी की प्यास बुझाने के लिए उसे अपने रिजर्व भंडार से पानी की आपूर्ति करनी पड़ रही है। निगम ने कहा है कि रिजर्व भंडारण से जुलाई के आखिर तक लोगों को पानी की सप्लाई की जाएगी। लोगों से किफायत के साथ पानी के इस्तेमाल का अनुरोध किया गया है।
