
खतरे में जान, स्कूल पहुंचना नहीं आसान; बाढ़ आने पर करवानी पड़ती है बच्चों की छुट्टी

सड़क के ऊपर से भारी मात्रा में पानी बहने लगता है। इस कारण नाले को पार करने के लिए कोई भी व्यक्ति हिम्मत नहीं जुटा पाता है।
चन्हौता, जेएनएन। चोली-हिलंग मार्ग पर स्थित हिलिंग नाला आम लोगों के साथ स्कूली बच्चों के लिए आफत बना हुआ है। जब भी बारिश होती है तो नाला उफान पर होता है। नतीजतन न तो इस दौरान यहां पर वाहन चल पाते हैं और न ही राहगीर पार करने की हिम्मत जुटा पाते हैं। जिस दिन नाला उफान पर हो, उस दिन अभिभावक बच्चों को उनकी सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल नहीं भेजते हैं।

स्थानीय निवासी रोशनलाल, बलदेव, तृप्ता देवी, अंजना देवी, विनोद कुमार, कंवारसी पंचायत प्रधान, लामू स्कूल के स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष, मंगत राम, पृथी ने कहा कि कंवारसी पंचायत के बच्चे उच्च विद्यालय लामू में पढ़ने के लिए जाते हैं, जब मौसम साफ होता है, तब तो बच्चे बड़े आराम से नाले को पार कर स्कूल पहुंच जाते हैं, लेकिन, जैसे ही बारिश होती है तो नाला रौद्र रूप धारण कर लेता है।
सड़क के ऊपर से भारी मात्रा में पानी बहने लगता है। इस कारण नाले को पार करने के लिए कोई भी व्यक्ति हिम्मत नहीं जुटा पाता है। जब नाले में बहुत अधिक पानी आ जाता है तो नाले पर वाहनों का चलना
भी मुश्किल हो जाता है। नाले की समस्या कई सालों से चली आ रही है। लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक समस्या का समाधान करने के लिए संबंधित विभाग द्वारा कोई भी कार्य नहीं किया गया है। ऐसे में स्थानीय लोगों में संबंधित विभाग के खिलाफ रोष है। लोगों का कहना है कि उक्त नाले पर या तो पुलिया का निर्माण करवाया जाना जरूरी है। लोगों ने लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि जल्द नाले पर पुलिया का निर्माण किया जाए या फिर स्कपर डाला जाए, ताकि नाला उफान पर होने पर लोगों व स्कूली बच्चों को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना करने के लिए मजबूर न होना पड़े।
उक्त समस्या विभाग के ध्यान में है। जल्द नाले वाले स्थान में सड़क पर स्कपर डाला जाएगा।उच्चाधिकारियों को छोटी पुलिया का निर्माण करवाने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा, ताकि लोगों की दिक्कतों को जल्द सुलझाया जा सके।
