23 साल पहले जेलर को जान से मारने के आरोप में लखनऊ की विशेष MP/MLA कोर्ट के जज अंबरीश कुमार श्रीवास्तव ने फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि पीड़ित पक्ष मुख्तार अंसारी के खिलाफ आरोप साबित नहीं कर पाया है। इसलिए मुख्तार और उसके साथियों को आरोपों से मुक्त किया जाता है…
फिलहाल मुख़्तार बाँदा जेल निरुद्ध है…!!
10 में से 7 आरोपियों को दोष मुक्त किया गया…..
कोर्ट ने अतीक अहमद के भाई अशरफ को दोषमुक्त करार दिया