लखनऊ से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को हाइजिया एजुकेशनल ग्रुप के दो संचालकों और एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। इन पर गरीब, अल्पसंख्यक और एससी-एसटी छात्रों की करोड़ों की छात्रवृत्ति हड़पने का आरोप है। छात्रवृत्ति हड़पने के लिए अपात्र लोगों के आधार कार्ड पर फिनो पेमेंट बैंक के एजेंटों के जरिए फर्जी बैंक खाते खोले जाते थे। ईडी ने तीनों को अदालत ने पेश किया। जहां से तीनों की पांच दिन की कस्टडी रिमांड मिली है।
16 फरवरी को ईडी ने की थी छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को छात्रवृत्ति घोटाले में हाइजिया ग्रुप की ओरेगन एजुकेशनल सोसाइटी के वाइस प्रेसीडेंट इजहार हुसैन जाफरी, मैनेजर व एडवरटाइजर अली अब्बास जाफरी और हाइजिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी के कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता की घोटाले में अहम भूमिका मानी जा रही है।
16 फरवरी को लखनऊ, हरदोई, फर्रुखाबाद व बाराबंकी समेत यूपी के कई जिलों के 10 शैक्षणिक संस्थानों में छापे मारकर लगभग 150 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा किया था।
मर चुके लोगों के नाम पर खोले बैंक खाते
ईडी की जांच में सामने आया था कि यह लोग फर्जी लोगों के नाम से खाते खुलवा कर छात्रवृत्ति हड़पते थे। यह खाते बच्चों से लेकर मरे लोगों के फर्जी आईडी पर खोले गए थे। इन खातों का संचालन खुद कालेज प्रबंधन करता था।