देश का नया संसद भवन बनकर तैयार है। 28 मई को पीएम मोदी के हाथों इसका उद्घाटन होना है। कांग्रेस, टीएमसी, जदयू और AAP समेत 20 दलों ने इस उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का एलान किया है। विपक्षी दलों का कहना है कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि राष्ट्रपति द्वारा होना चाहिए। विपक्षी दलों ने तो इसे राष्ट्रपति का अपमान और लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया है।
दो धड़ों में बंटे राजनीतिक दल
संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर देश के राजनीतिक दल दो धड़ों में बंट गए हैं। करीब 20 विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं, जबकि कुछ विपक्षी दलों ने बीजेपी को इस पर अपना समर्थन दिया है।
कांग्रेस, टीएमसी, AAP… किन-किन दलों ने किया बहिष्कार?
कांग्रेस, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, सपा, आरजेडी, डीएमके, जदयू, शिवसेना (यूबीटी), माकपा, भाकपा, एनसीपी, आईयूएमएल, झामुमो, केरल कांग्रेस (मणि), केएसपी, वीसीके, एमडीएमके, राष्ट्रीय लोकदल, आरएसपी और एआईयूडीएफ।