Cyclone Alert भारत के तटों पर पहुंचे तूफानों के बारे में बात करें तो इतिहास में सबसे भयानक तूफान 1998 में आया था जिसने भारी तबाही मचाई। इसी को देखते हुए आज हम आपको अरब सागर से उठने वाले कुछ प्रमुख चक्रवातों से रूबरू कराएंगे।
देश में प्री मानसून सीजन मार्च से जून तक चलता है और इसी के साथ चक्रवाती तूफान का भी आगाज हो जाता है। अरेबियन सी और बे ऑफ बंगाल में हर साल चक्रवात तूफान आते है।
बंगाल की खाड़ी में उठने वाले समुद्री तूफान आमतौर पर भारत के पूर्वी तटों पर पहुंचते हैं और बांग्लादेश या म्यांमार की ओर अपनी दिशा बदलते हैं। इस समय चक्रवात बिपरजॉय, अरेबियन सी के ऊपर बना हुआ है। इसके 170 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ पाकिस्तान तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है।
देश के इतिहास में सबसे भयानक तूफान 1998 में आया
पिछले चक्रवातों के विपरीत, इससे भारतीय तट को व्यापक नुकसान होने की संभावना कम है, लेकिन चक्रवात की गति को देखते हुए यह उपमहाद्वीप में मानसून की शुरुआत को प्रभावित कर सकती है। चक्रवात बिपारजॉय उत्तर हिंद महासागर के बेसिन में विकसित होने वाला दूसरा चक्रवात है। इससे पहले मई में, बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात मोचा बना था। इस तूफान से बांग्लादेश और म्यांमार में भारी तबाही हुई थी।
भारत के तटों पर पहुंचे तूफानों के बारे में बात करें तो इतिहास में सबसे भयानक तूफान 1998 में आया था, जिसने भारी तबाही मचाई। इसी को देखते हुए आज हम आपको अरब सागर से उठने वाले कुछ प्रमुख चक्रवातों से रूबरू कराएंगे।