आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) आधारित ‘फेस रिकग्निशन’ साफ्टवेयर और आधार से सत्यापन के जरिये उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सोमवार से शुरू हुई ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी पुनर्परीक्षा 2018 में सेंध लगाने के नकल माफिया के मंसूबे फेल हो गए। पहली बार इस तकनीक की मदद से 99 फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़ने में मदद मिली।
99 फर्जी अभ्यर्थियों को किया गया गिरफ्तार
पहली बार इस तकनीक की मदद से 99 फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़ने में मदद मिली। पकड़े गए फर्जी अभ्यर्थियों के विरुद्ध संबंधित जिलों में एफआइआर दर्ज कराई जा रही है। आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने बताया कि पहली पाली में 12 और दूसरी में 87 फर्जी अभ्यर्थियों को पकड़ा गया है।
गाजियाबाद में 14 को पकड़ा गया
पहली पाली में कानपुर व वाराणसी में तीन-तीन, लखनऊ व आजमगढ़ में दो-दो व अलीगढ़ व मेरठ में एक-एक पकड़े गए। दूसरी पाली में गाजियाबाद में 14, कानपुर व लखनऊ में 11-11, अलीगढ़ में दस, वाराणसी में छह, बांदा व गोरखपुर में पांच-पांच, आगरा, बरेली व मीरजापुर में चार-चार, गौतमबुद्ध नगर में तीन, प्रयागराज, मुरादाबाद व मेरठ में दो-दो तथा अयोध्या, बस्ती, गोंडा व झांसी में एक-एक अभ्यर्थी पकड़े गए हैं।