मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आयोजित उपचुनाव प्रचार रैलियों में समाजवादी पार्टी (सपा) के नेतृत्व और नेताओं पर आपराधिक छवि बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने अंबेडकरनगर की कटेहरी, मीरजापुर की मझवां और प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में सभाओं में सपा को “अपराधी, दुष्कर्मी और माफिया का प्रोडक्शन हाउस” बताते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को इसका सीईओ और पार्टी महासचिव शिवपाल यादव को ट्रेनर कहा।
योगी ने सपा के पीडीए (प्रोडक्शन हाउस ऑफ दंगाई एंड अपराधी) नारे पर तीखा हमला बोला और कहा कि अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, खान मुबारक जैसे नेता इसी प्रोडक्शन हाउस की उपज हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पार्टी बंटेगी तो कटेगी, लेकिन एकजुट रहेगी तो सुरक्षित रहेगी, इसलिए जनता से एकजुट रहने की अपील की।
कटेहरी में भाजपा प्रत्याशी धर्मराज निषाद के समर्थन में आयोजित सभा में योगी ने कांग्रेस-सपा के नेताओं का सम्मान न करने पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एक साल पहले जब भाजपा ने वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई थी, तो सपा और उसके मुखिया जिन्ना पटेल की जयंती मना रहे थे, जिन्होंने भारत का विभाजन कराया था। योगी ने कहा कि सपा शासन के दौरान एससी-एसटी समुदाय पर अत्याचार हुए थे और भाजपा ने उनकी छात्रवृत्ति योजनाओं को पुनः शुरू किया।
योगी ने कांग्रेस-सपा के इंडी गठबंधन को देश और समाज के लिए खतरनाक बताया और हरियाणा में भाजपा की जीत की वजह से उनकी निंदा की। उन्होंने प्रयागराज के फूलपुर और मीरजापुर के मझवां में आयोजित सभाओं में सपा पर सख्त निशाना साधा।
इसके अलावा, योगी ने घोषणा की कि वे झारखंड में चार रैलियां करेंगे। पहले तीन दिनों में उत्तर प्रदेश में नौ रैलियों के बाद, सोमवार को वे झारखंड के एक दिवसीय दौरे पर जाएंगे। झारखंड में उनकी चार रैलियां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित की जाएंगी। पहले जनसभा भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में होगी, जहां मनु प्रताप शाही उम्मीदवार हैं। इसके बाद पलामू जिले की हुसैनाबाद सीट से कमलेश कुमार सिंह के लिए, पांकी से शशिभूषण मेहता के लिए और आखिरी रैली डाल्टनगंज विधानसभा क्षेत्र में आलोक कुमार चौरसिया के समर्थन में होगी।
योगी की तेज-तर्रार प्रचार शैली की वजह से भाजपा में उनकी मांग लगातार बढ़ रही है। हर चुनाव में उनकी सक्रियता और प्रभावी प्रचार अभियानों ने पार्टी के प्रचार को मजबूती प्रदान की है, जिससे भाजपा के उम्मीदवारों को सशक्त समर्थन प्राप्त हो रहा है।