मध्य प्रदेश के सिवनी और छिंदवाड़ा जिलों में स्थित पेंच नेशनल पार्क सर्दियों के मौसम में ट्रैकिंग और वाइल्डलाइफ के शौकीनों के लिए एक अद्भुत स्थान है। यह पार्क अपनी अनोखी जैव विविधता, हरे-भरे जंगलों और रमणीय घाटियों के लिए प्रसिद्ध है। पेंच नेशनल पार्क ही वह स्थान है जिसने महान लेखक रुडयार्ड किपलिंग को उनकी कालजयी रचना ‘जंगल बुक’ लिखने की प्रेरणा दी।

पेंच नेशनल पार्क में ट्रैकिंग का अनोखा अनुभव
सर्दियों में पेंच नेशनल पार्क में ट्रैकिंग का अनुभव आपको जंगल की प्राकृतिक सुंदरता और जीवों के अद्भुत संसार के करीब ले जाता है। बफर जोन में ट्रैकिंग करते समय आपको लंगूरों की आवाज, बाघों के पदचिह्न और मकड़ी के जालों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा।
बावनथड़ी नदी के किनारे नंगे पैर चलना, ठंडे पानी को महसूस करना और उसके शांत प्रवाह की आवाज सुनना आपको नई ऊर्जा और ताजगी से भर देता है। जंगल से घिरी इस नदी के किनारे भोजन करना एक अनोखा और यादगार अनुभव देता है।
झंडी मट्टा ट्रेक: एक खास अनुभव
पेंच नेशनल पार्क में झंडी मट्टा की पैदल यात्रा ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए बेहद खास है। यह ट्रेक आपको जंगल के करीब ले जाता है, जहां आप प्रकृति की गोद में शांति और रोमांच का अनुभव कर सकते हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण आत्मिक शांति प्रदान करता है।

महत्वपूर्ण सुझाव और गाइडलाइंस
- ट्रैकिंग के दौरान अनुभवी गाइड की सहायता लें।
- जंगल के नियमों का पालन करें और जानवरों से उचित दूरी बनाए रखें।
- ट्रैकिंग के लिए सुबह और शाम का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है।
पेंच नेशनल पार्क कैसे पहुंचें?
- निकटतम हवाई अड्डा डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नागपुर है, जो पेंच नेशनल पार्क से लगभग 85 किलोमीटर दूर है।
- नागपुर से टैक्सी या बस के माध्यम से पार्क तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- इसके अलावा, ट्रेन या सड़क मार्ग से भी यह स्थान अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
पेंच नेशनल पार्क: सर्दियों की छुट्टियों के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन
अगर आप इस सर्दी एडवेंचर और प्रकृति के साथ समय बिताना चाहते हैं, तो पेंच नेशनल पार्क आपकी सूची में होना चाहिए। यहां की ट्रैकिंग और वाइल्डलाइफ सफारी का अनोखा अनुभव आपके सर्दियों को यादगार बना देगा।