- सेंसर बोर्ड पर हुआ प्रभाव: शोले के एक खौफनाक सीन को देख सेंसर बोर्ड रह गया था दंग।
- अमजद खान का खौफनाक सीन: गब्बर सिंह के सीन पर सेंसर बोर्ड ने तुरंत कैंची चला दी थी।
- डिलीटेड सीन का किस्सा: जानिए उस सीन को हटाने के पीछे का पूरा किस्सा और उसकी वजह।
- शोले का विवादित सीन: सेंसर बोर्ड ने फिल्म से हटाया था गब्बर सिंह का खौफनाक सीन, जानिए क्यों।
1975 में रिलीज़ हुई अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र और हेमा मालिनी स्टारर फिल्म शोले ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। यह फिल्म न सिर्फ एक ब्लॉकबस्टर हिट साबित हुई, बल्कि इसके कई दिलचस्प किस्से भी सुर्खियों में रहे हैं। शोले के डायलॉग्स, खासकर गब्बर सिंह के संवाद, आज भी लोगों की ज़ुबान पर हैं। हालांकि, इस फिल्म से जुड़ा एक और दिलचस्प और अनसुना किस्सा है, जिसमें कुछ सीन्स सेंसर बोर्ड द्वारा डिलीट कर दिए गए थे।
गब्बर सिंह की क्रूरता ने बढ़ाई सेंसर बोर्ड की चिंता
शोले में गब्बर सिंह का किरदार निभाने वाले अमजद खान ने इस फिल्म में अपनी शानदार एक्टिंग से इस खलनायक को यादगार बना दिया। फिल्म के एक प्रसिद्ध डायलॉग में गब्बर कहता है, “पचास पचास कोस दूर जब कोई बच्चा रोता है तो मां कहती है कि सोजा वरना गब्बर आ जाएगा।” इस डायलॉग के माध्यम से गब्बर को और भी खौफनाक और क्रूर दिखाने की कोशिश की गई थी। लेकिन फिल्म के कुछ सीन इतने ज्यादा हिंसात्मक थे कि सेंसर बोर्ड को इन्हें हटाने का फैसला लेना पड़ा।
डिलीटेड सीन: गब्बर और अहमद का खौफनाक मंजर
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें गब्बर सिंह का खतरनाक रूप दिखाई दे रहा है। इस सीन में गब्बर सिंह, अहमद (सचिन पिलगांवकर) को बालों से खींच कर उठा रहे हैं, जबकि आसपास हथियारों से लैस डाकुओं का घेरा बना हुआ है। यह सीन उस समय फिल्माया गया था जब अहमद अपने अब्बू की सलाह पर नौकरी के लिए दूसरे गांव जा रहे होते हैं, लेकिन डाकुओं द्वारा पकड़े जाने के बाद गब्बर सिंह उन्हें मार डालते हैं।
सेंसर बोर्ड का फैसला: अत्यधिक क्रूरता और वॉयलेंस

इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के जरिए बताया गया कि इस सीन को सेंसर बोर्ड ने 1975 में रिलीज़ हुई शोले फिल्म से हटा दिया था। सेंसर बोर्ड ने इसे हटाने का कारण यह बताया था कि इसमें गब्बर सिंह की अत्यधिक क्रूरता और हिंसा दिखाई गई थी, जो फिल्म की सामग्री के मानकों के अनुसार अनुपयुक्त थी।
आज भी शोले है लोगों की पसंदीदा फिल्म
हालांकि यह सीन फिल्म से हटा दिया गया था, लेकिन शोले आज भी भारतीय सिनेमा की सबसे प्रिय और मशहूर फिल्मों में से एक बनी हुई है। गब्बर सिंह का किरदार, उसके संवाद और फिल्म के अन्य महत्वपूर्ण पहलु आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं।