- शाही स्नान की तिथियों पर सार्वजनिक अवकाश की मांग:
उत्तर प्रदेश में महाकुंभ के शाही स्नान की तिथियों पर तीन दिन के सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की जा सकती है। - श्रद्धालुओं की सुविधा प्राथमिकता:
वसंत पंचमी के अवकाश का दिन बदलने पर भी विचार हो रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को अधिक सहूलियत दी जा सके। - सरकार कर रही है विचार-विमर्श:
यूपी सरकार इस विषय में जल्द निर्णय लेकर आधिकारिक घोषणा कर सकती है।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे ऐतिहासिक महाकुंभ के आयोजन के मद्देनजर तीन दिन के सार्वजनिक अवकाश की मांग की गई है। यह अवकाश वसंत पंचमी के अलावा दो अन्य महत्वपूर्ण स्नान तिथियों पर घोषित करने की बात कही जा रही है। महाकुंभ की भव्यता को देखते हुए राज्य के वाराणसी जिले में स्कूलों को 5 फरवरी तक बंद कर दिया गया है।
वसंत पंचमी अवकाश में बदलाव की मांग
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के विभिन्न संगठनों ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर वसंत पंचमी अवकाश की तिथि बदलने की मांग की है।
- वर्तमान अवकाश तिथि: अवकाश तालिका में वसंत पंचमी का स्नान 2 फरवरी को दर्शाया गया है।
- प्रस्तावित तिथि: स्नान पर्व 3 फरवरी को है, इसलिए 3 फरवरी को अवकाश घोषित करने का अनुरोध किया गया है।
- अन्य तिथि पर अवकाश की मांग: शिक्षक संघ ने 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) पर भी अवकाश घोषित करने की मांग की है।
कर्मचारी और शिक्षकों के लिए तीन दिन का अवकाश
विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सभी प्रदेश कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए तीन दिन के सार्वजनिक अवकाश की मांग की है।
- महत्वपूर्ण स्नान तिथियां: मौनी अमावस्या (29 जनवरी), वसंत पंचमी (3 फरवरी), और माघी पूर्णिमा।
- मांग का आधार: 144 साल बाद हो रहे इस ऐतिहासिक महाकुंभ में परिवार के साथ स्नान और धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने की सुविधा प्रदान करना।
स्कूलों की पढ़ाई ऑनलाइन
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए वाराणसी में कक्षा 1 से 12 तक के स्कूलों की पढ़ाई 5 फरवरी तक ऑनलाइन करने के निर्देश दिए गए हैं।
- जिला विद्यालय निरीक्षक का आदेश: सभी स्कूलों को बंद रखने और छात्रों की पढ़ाई ऑनलाइन कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।
सार्वजनिक अवकाश की मांग
महाकुंभ के महत्व को देखते हुए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा जैसे महत्वपूर्ण स्नान पर्वों पर सार्वजनिक अवकाश दिया जाए। यह कदम श्रद्धालुओं को इस ऐतिहासिक आयोजन में भाग लेने की सुविधा प्रदान करेगा।