- रामलला संग 40 दिन चलेगा होली उत्सव, रोज अर्पित होगा गुलाल
- वसंत के दूसरे दिन रामलला को श्रद्धापूर्वक लगाया गया गुलाल, अर्चकों ने खेली होली
- राम मंदिर में शुरू हुआ विशेष होली उत्सव, रामलला को रोज गुलाल लगाने की परंपरा
अयोध्या, : वसंत पंचमी के पावन अवसर पर अयोध्या के राम मंदिर में रंगों का त्योहार शुरू हो गया है। इस बार रामलला के साथ विशेष होली उत्सव मनाने की योजना बनाई गई है, जिसके तहत 40 दिन तक नित्य भगवान राम को विभिन्न रंगों का अबीर और गुलाल अर्पित किया जाएगा। वसंत पंचमी से लेकर रंगभरी एकादशी तक, रामलला को श्रद्धापूर्वक गुलाल चढ़ाने की परंपरा शुरू की गई है।
वसंत पंचमी के दिन रामलला को लाल रंग का गुलाल अर्पित किया गया। इसके बाद हर दिन भगवान को विविध रंगों का अबीर और गुलाल चढ़ाया जाएगा, जिसे अर्चक और भक्त भी श्रद्धा से अपने माथे पर लगायेंगे। श्रृंगार के समय भगवान को विशिष्ट भोग भी अर्पित किया जाएगा।
रामलला की दूसरी होली उत्सव:
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह दूसरी होली होगी। रंगभरी एकादशी से इस उत्सव का दायरा और भी बढ़ेगा, जिसमें साधु-संतों के साथ भक्त भी रंगोत्सव में भाग लेंगे। राम मंदिर के अलावा, अयोध्या के अन्य प्रमुख मंदिरों जैसे हनुमानगढ़ी, कनक भवन, हनुमत सदन, और रामवल्लभाकुंज में भी भगवान के विग्रहों को नित्य गुलाल अर्पित किया जाएगा।
श्रद्धा और उल्लास का अद्भुत संगम:

हनुमत सदन के महंत आचार्य मिथिलेश नंदिनी शरण ने कहा कि भगवान परमानंद हैं और उनके उल्लास का संसार भी विराट है। उन्होंने कहा, “40 दिनों तक यह होली का उत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ चलेगा, जिसमें भक्त भगवान के साथ रंगों से होली खेलेंगे।”
साकेत भवन के महंत प्रख्यात ज्योतिषाचार्य प्रवीण शर्मा ने बताया कि इस उत्सव का चरम रंग भरी एकादशी पर होगा, जो इस बार 14 मार्च को मनाई जाएगी।
गुलाल और भक्ति का अद्भुत मेल:
राम मंदिर में रंगों से होली खेलने की परंपरा अब भक्तों के दिलों में और भी गहरी हो जाएगी। ट्रस्टी डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने कहा, “भगवान को अबीर गुलाल अर्पित कर रंगों के उत्सव का श्रीगणेश हो चुका है। यह त्योहार पूरे शहर में उमंग और आनंद का संचार करेगा।”