- ‘मैनिक’ गाने को लेकर विवाद – हाल ही में रिलीज हुए हनी सिंह के गाने ‘मैनिक’ में भोजपुरी तड़का लगाया गया है, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया।
- अश्लीलता का आरोप – एक जानी-मानी एक्ट्रेस ने इस गाने को अश्लील करार देते हुए इस पर आपत्ति जताई है।
- कोर्ट में याचिका दायर – विवाद बढ़ने के बाद, एक्ट्रेस ने इस गाने पर बैन लगाने और कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कोर्ट में याचिका दाखिल की है।
- संस्कृति के खिलाफ बताया गया – याचिकाकर्ता का कहना है कि गाने में इस्तेमाल किए गए शब्द और प्रस्तुति अश्लीलता को बढ़ावा देते हैं और भारतीय संस्कृति के खिलाफ हैं।
- सोशल मीडिया पर बहस तेज – गाने पर विवाद के चलते सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है, जहां कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ विरोध में खड़े हैं।
बॉलीवुड में अश्लील और अभद्र गानों के खिलाफ जानी-मानी एक्ट्रेस नीतू चंद्रा ने पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। इस मामले की अगली सुनवाई 28 मार्च 2025 को होगी। शुक्रवार को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश अशुतोष कुमार की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस पर एक सत्र की सुनवाई की। अदालत ने केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है और इसे जनहित से जुड़ा मामला बताया है।
‘मैनिक’ गाने पर मचा विवाद
याचिका में कहा गया है कि हनी सिंह के गाने ‘मैनिक’ में अत्यधिक अश्लीलता है और इसमें महिलाओं को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। महिलाओं को केवल उपयोग की वस्तु के रूप में दिखाया गया है, जिससे समाज में गलत संदेश जाता है।
कोर्ट से बैन की मांग
नीतू चंद्रा ने अदालत से ‘मैनिक’ गाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने और इस प्रकार के गानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि भोजपुरी गानों में महिलाओं के प्रति अभद्र भाषा और आपत्तिजनक बातें खुलकर कही जा रही हैं, जिससे समाज, खासकर बच्चों और महिलाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

गाने से जुड़े कलाकारों पर भी कार्रवाई की मांग
याचिका में हनी सिंह के अलावा, गीतकार लियो ग्रेवाल, भोजपुरी सिंगर रागिनी विश्वकर्मा और अर्जुन अजनबी के नाम भी शामिल किए गए हैं। याचिकाकर्ता ने इन सभी के खिलाफ उचित और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
संविधान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि भारतीय संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार दिया गया है, लेकिन इसकी कुछ सीमाएं भी हैं। अपमानजनक और अश्लील सामग्री पर सख्त रोक लगाने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
अगली सुनवाई और संभावित फैसला
फिलहाल, इस मामले पर कोई सख्त प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। अदालत ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए 10 दिनों बाद सुनवाई निर्धारित की है। अब देखने वाली बात होगी कि कोर्ट इस मामले में क्या फैसला सुनाती है और क्या इस गाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।