- आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई ‘द सीक्रेट ऑफ देवकाली’, रहस्य और रोमांच से भरपूर कहानी।
- अक्षय कुमार की ‘केसरी 2’ से सीधी टक्कर, बॉक्स ऑफिस पर दिलचस्प मुकाबला।
- संजय मिश्रा मुख्य भूमिका में, एक रहस्यमयी किरदार में नजर आएंगे।
- फिल्म की कहानी देवकाली गांव के रहस्यों पर आधारित, जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखेगी।
- निर्देशन, सस्पेंस और बैकग्राउंड स्कोर की हो रही तारीफ, दर्शकों में फिल्म को लेकर उत्सुकता।
मुंबई- हिंदी सिनेमा के बेहतरीन चरित्र अभिनेताओं में शुमार संजय मिश्रा इस साल अपने अभिनय करियर के 30 साल पूरे कर रहे हैं। इसी खास मौके पर उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘द सीक्रेट ऑफ देवकाली’ आज (18 अप्रैल) सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस रहस्य-रोमांच से भरपूर फिल्म में संजय मिश्रा ने प्रमुख भूमिका निभाई है।
लगातार काम करते रहने में विश्वास रखने वाले संजय मिश्रा की आने वाली फिल्मों की सूची भी काफी लंबी है। ‘द सीक्रेट ऑफ देवकाली’ के बाद वह कॉमेडी फिल्म ‘भूल चूक माफ’, थ्रिलर ड्रामा ‘वध 2’, और चर्चित फ्रेंचाइज़ी की अगली कड़ी ‘धमाल 4’ में नजर आएंगे।
हाल ही में दिए इंटरव्यू में संजय मिश्रा ने अपने अनुभव और सोच को साझा किया। जब इंटरनेट पर वायरल रिपोर्ट के अनुसार उनसे पूछा गया कि क्या उनकी 27 फिल्में आने वाली हैं, तो उन्होंने मुस्कराते हुए कहा, “अगर ऐसा दिखा रहा है तो शायद होंगी। मैंने कई फिल्में साइन की हैं। इंडस्ट्री की हालत बहुत अच्छी नहीं है, लेकिन भगवान की कृपा है कि मेरे पास काम है। मुझे आगे 27 फिल्मों का प्रमोशन करना होगा।”

प्रमोशन को लेकर उन्होंने कहा, “यह हम कलाकारों का फर्ज है। फिल्म बनती है तो उसे लोगों तक पहुंचाना ज़रूरी होता है। मीडिया से मिलना, लोगों से जुड़ना अच्छा अनुभव होता है। हां, इंडस्ट्री को लेकर बाहर क्या हो रहा है, उसमें मेरी दिलचस्पी नहीं होती।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें फिल्मों के लिए “खरीदना” आसान है, तो उन्होंने दिल से जवाब दिया –
“अगर मैं बिकूंगा नहीं, तो जिंदा कैसे रहूंगा? मैं फिल्म इंडस्ट्री के बाजार का एक प्रोडक्ट हूं और प्रोडक्ट का बिकना ज़रूरी होता है।”
संजय मिश्रा ने 1995 में फिल्म ‘ओ डार्लिंग! ये है इंडिया’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने साझा किया कि एक्टिंग को करियर बनाने का रास्ता आसान नहीं था। “पिता ने सालभर खर्च उठाया, फिर 1992-93 में कह दिया कि अब खुद काम करो। किसी मेहमान के हाथों मुझे मुंबई भेज दिया गया। तब से ये सफर चल रहा है।”
फिल्म ‘धमाल 4’ को लेकर उन्होंने कहा, “मेरे लिए ये सिर्फ फिल्म नहीं, भावना है। अजय देवगन जैसे कलाकारों से सीखता हूं कि जिंदगी को कैसे संतुलित रखा जाए – सेहत, काम, परिवार सबके बीच।”
‘वध 2’ को लेकर उन्होंने बताया कि इसका प्रमोशन उन्होंने महाकुंभ में किया था और यह फिल्म उनके लिए खास है क्योंकि इसके मुख्य किरदार सिर्फ वे और नीना गुप्ता हैं।
‘द सीक्रेट ऑफ देवकाली’ में उनके एक संवाद पर उन्होंने कहा, “जब इंसान का अच्छा वक्त आता है, वो ऊपरवाले को भूल जाता है।” इस पर संजय मिश्रा ने कहा, “अच्छा वक्त वही है जब आप सुकून से हों। चाहे काम हो या न हो, पेट सही हो या खराब – सुकून ही असली सुख है।”