वारिस पंजाब दे का चीफ और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का एक नया वीडियो सामने आया है। दिल्ली में वह अपने साथी पपलप्रीत सिंह के साथ जाता दिखाई दे रहा है। वीडियो 21 मार्च का बताया जा रहा है। अमृतपाल ने अपने बाल खोल रखे हैं और पीछे पपलप्रीत सिंह चल रहा है।
फिलहाल पुलिस की ओर से इस CCTV फुटेज पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। पंजाब पुलिस अमृतपाल को 11वें दिन भी ढूंढ रही है, लेकिन अब तक वह पकड़ से बाहर है।
अमृतपाल के फाइनेंसर का पाकिस्तानी लिंक
अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर दलजीत कलसी का लिंक पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के बेटे के साथ सामने आया है। दरअसल, कलसी दुबई स्थित साद बाजवा की कंपनी से जुड़ा था। माना जा रहा है कि वह सिर्फ दो महीने के लिए दुबई गया था।
कलसी के दुबई में रहने की व्यवस्था कथित रूप से खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर लंडा ने की थी। पुलिस को पहले ही सबूत मिल चुके हैं कि अमृतपाल और दलजीत कलसी दोनों ही पाकिस्तानी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के संपर्क में थे।

गैंगस्टर नीरज बवाना के साथ भी संपर्क
कलसी के बंबीहा गिरोह से भी संपर्क सामने आए हैं। वह बंबीहा ग्रुप के गैंगस्टर नीरज बवाना का करीबी है, जो दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। कलसी ने कुछ समय पहले दिल्ली में ऑफिस खोला था और पंजाब में मॉडलिंग या मूवी कॉन्ट्रैक्ट के एजेंट के तौर पर काम करता था।
नेपाल ने अमृतपाल को सर्विलांस पर रखा
अमृतपाल सिंह को नेपाल पुलिस ने अपनी सर्विलांस लिस्ट में रख लिया है। हाल ही में उसके नेपाल में होने की जानकारी सामने आई थी, जिसके बाद भारत सरकार ने नेपाल सरकार को इस बारे में अलर्ट किया था।
भारत सरकार ने नेपाल सरकार से अपील की थी कि उसे किसी तीसरे मुल्क में भागने न दिया जाए और अगर वह नकली पासपोर्ट की मदद से भागने की कोशिश करता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाए। इस रिक्वेस्ट के बाद नेपाल के डिपार्टमेंट ऑफ इमिग्रेशन ने अमृतपाल को सर्विलांस पर रख लिया है।
सूचना अधिकारी कमल प्रसाद पांडे ने कहा- हमें (भारतीय) दूतावास से पासपोर्ट की प्रति के साथ एक लिखित नोट मिला है। जिसमें संदेह है कि अमृतपाल सिंह ने नेपाल में प्रवेश किया हो। नेपाल के एयरपोर्ट और होटलों में भी उसकी तस्वीरें भेजकर अलर्ट किया गया है।
हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी
इस बीच, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अमृतपाल की गिरफ्तारी के दावे वाली याचिका पर सुनवाई हुई। इस दौरान पंजाब के एडवोकेट जनरल विनोद घई ने अमृतपाल के वकील को कहा कि वे सबूत दें कि अमृतपाल पुलिस की कस्टडी में है।
अमृतपाल के वकील ने कहा कि अखबारों में खबरें लगी हैं। CCTV फुटेज आई हैं। हाईकोर्ट ने कहा कि खबरें लगने का मतलब सबूत नहीं है। फुटेज है तो उसे लेकर आएं। इसके बाद हाईकोर्ट ने इस मामले में अमृतपाल के वकील को एफिडेविट फाइल करने को कहा है।
इसके अलावा, पंजाब पुलिस के IG से भी एफिडेविट मांगा गया है कि इस मामले में अब तक पुलिस ने क्या कार्रवाई की? हाईकोर्ट ने अमृतपाल के वकील को कहा कि वह गिरफ्तारी का कोई सबूत लाएं तो वारंट अफसर नियुक्त कर देंगे। हाईकोर्ट में पंजाब के AG ने दावा किया है कि पुलिस अमृतपाल को पकड़ने के करीब हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 11 अप्रैल को होगी।
अमृतपाल के वकील ने तस्वीरों को कहा फेक
AG ने सरकार की बात कोर्ट में रखते हुए कहा कि वे अब अमृतपाल के काफी करीब हैं, लेकिन वकील खारा अभी भी अपनी बात पर अड़े हुए हैं। खारा ने अमृतपाल सिंह की तस्वीरों पर भी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि आज देश-विदेश के राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों की फेक तस्वीरें बन जाती हैं। ऐसे में अमृतपाल की तस्वीर बनाकर वायरल की गई है। ऐसा गुमराह करने की साजिश के तहत किया जा रहा है।
अमृतपाल की तस्वीरें हुईं वायरल
वहीं अमृतपाल की फरारी के दौरान की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। पहली तस्वीर साथी पपलप्रीत के साथ सेल्फी थी, जिसमें दोनों एनर्जी ड्रिंक पीते नजर आए। इसके बाद दोनों की जुगाड़ू रेहड़े पर बैठे हुए की तस्वीर सामने आई। पहले उसे इसी रेहड़े पर CCTV कैमरे में देखा गया था।
एक और तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वह पपलप्रीत के साथ हंसता नजर आ रहा है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह पंजाब पुलिस की पकड़ से बाहर हो चुका है। हालांकि इन वायरल तस्वीरों पर पंजाब पुलिस का अभी तक कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है।
अमृतपाल का करीबी गनमैन गिरफ्तार
वहीं पुलिस ने अमृतपाल के सबसे करीबी गनमैन वरिंदर जौहल को गिरफ्तार किया है। उस पर NSA (नेशनल सिक्योरिटी एक्ट) लगाया है। इसके बाद उसे भी असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया है। जौहल समेत अब तक 8 आरोपी डिब्रूगढ़ जेल भेजे जा चुके हैं।
उधर अमृतपाल सिंह के दूसरे गनमैन तजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा से पूछताछ जारी है। पंजाब पुलिस के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने भी उससे पूछताछ की। उसके फोन से पुलिस को खालिस्तान बनाने से जुड़े अहम डॉक्यूमेंट्स बरामद हुए थे।
सिद्धू की पॉपुलैरिटी की आड़ में बोया खालिस्तान का बीज
पुलिस जांच में अमृतपाल सिंह का एक और कारनामा सामने आया है। अमृतपाल सिंह खुद को वारिस पंजाब दे का मुखी कहलवा कर समाजसेवा नहीं करना चाहता था। वह सिर्फ वारिस पंजाब दे संस्था को शुरू करने वाले पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की पॉपुलैरिटी को भुनाना चाहता था और उसकी आड़ में खालिस्तान का बीज पंजाब में बोना चाहता था।
वारिस पंजाब दे के चीफ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की आठवें दिन भी तलाश हो रही है। उसको लेकर दो CCTV फुटेज सामने आए, जो पटियाला के बताए जा रहे हैं। एक में अमृतपाल जैकेट और चश्मा पहने दिख रहा है। दूसरे में ट्रैक सूट पहने हुए रुमाल से मुंह छुपाता नजर आ रहा है