- शहर के स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में केंद्रीय डायग्नोसिस सेंटर विकसित किया गया है। ओपीडी और प्रतीक्षालय को बेहतर बनाया गया है। अस्पताल में मॉड्यूलर किचन बनाकर भी अस्पताल को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया है।
प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ 2025 के लिए कुंभ मेला क्षेत्र में ही सर्वोत्तम स्तर की स्वास्थ्य सेवाओं को तैनात किया गया है। लेकिन यूपी प्रशासन केवल इतनी तैयारी से ही संतुष्ट नहीं है। इसके अलावा प्रयागराज के सभी अस्पतालों को भी मेकओवर कर उन्हें बेहतर बना दिया गया है जिससे किसी आपातकालीन स्थिति में सबकी सहायता की जा सके।
शहर के स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में केंद्रीय डायग्नोसिस सेंटर विकसित किया गया है। ओपीडी और प्रतीक्षालय को बेहतर बनाया गया है। अस्पताल में मॉड्यूलर किचन बनाकर भी अस्पताल को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया है। इसी तरह मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय में भी सेवाओं का विस्तार किया गया है। अस्पताल में प्रतीक्षा हॉल, मुख्यद्वार और सुरक्षा केबिन को बेहतर बनाया गया है। इस अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर भोजन सुविधा देने के लिए भी प्रयास किया गया है।
अस्पतालों में मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों और उनके अतिथियों को रुकने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए स्वरूपरानी अस्पताल में आवास सुविधाओं को अत्याधुनिक बनाया गया है। आग लगने की घटना के समय लोगों के पीड़ित होने की स्थिति से निबटने के लिए बर्न वार्ड में 20 अतिरिक्त बेड लगाए गए हैं। जिन विभागों में चिकित्सकीय उपकरणों की मांग की जा रही थी, और अब तक किन्हीं कारणों से यह पूरा नहीं हो पाया था, अब कुंभ मेला के दौरान उन सबको उपलब्ध करा दिया गया है। इससे भी अस्पतालों की कार्य सेवा क्षमता बेहतर हुई है।
यूपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रत पाठक ने बताया कि अस्पताल में इलाज पर जितना ध्यान दिया जा रहा है, उतना ही ध्यान अस्पतालों में साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण पर भी है। अस्पताल के लिए आने वाली सड़कों को साफ-सुथरा बना दिया गया है। अस्पतालों में पार्क भी विकसित किए गए हैं जहां बीमार और उनके तीमारदार दोनों ही स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज के अस्पतालों में ये बदलाव हमेशा के लिए होंगे और कुंभ बीतने के बाद भी इस जिले और पूरे पूर्वांचल से प्रयागराज आकर इलाज कराने वाले लोगों को इन सुविधाओं का लाभ मिलेगा। मंत्री ने बताया कि यूपी सरकार की कोशिश है कि स्वास्थ्य सेवाओं को इतना बेहतर बना दिया जाए कि इलाज के लिए किसी को बाहर न जाना पड़े।