नेपाल से लेकर भारत तक भूकंप के झटके महसूस होने के बाद तीन घंटे बाद ही लखनऊ में पांच मजिला एक बिल्डिंग गिर गई। हादसे में तीन लोगों की मौत की खबर है। मलबे में से 9 लोगों को निकालकर भेजा गया है। SDRF, NDRF की टीमें और 12 जेसीबी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं। अभी 30 से 40 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। हादसा इतना भीषण है कि आर्मी को भी रेस्क्यू के लिए बुलाया गया है।
हादसा शहर के हसनगंज रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट में हुआ। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग के अंदर बेसमेंट की खुदाई चल रही थी, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि भूकंप की वजह से बिल्डिंग में दरार आ गई थी। हालांकि हादसा हुआ किस वजह से अभी यह साफ नहीं है।



हादसे के बड़े अपडेट्स
- SDRF डॉग की मदद से मलबे में दबे लोगों को खोज रही है। साथ ही मलबे को चेन बनाकर हाथों से हटा रही है। जिससे अंदर दबे लोगों कोई नुकसान न पहुंचे।
- डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- 4 गंभीर लोग ट्रामा में हैं। बच्चे समेत पांच लोग सिविल में भर्ती हैं।
- सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. आनंद ओझा ने बताया कि 5 मरीजों की भर्ती किया गया है। एक 70 साल के बुजुर्ग के अलावा कोई बहुत गंभीर मरीज नहीं है।
- रस्सा बांध कर आवागमन को रोक दिया गया है।
- रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए लाइट की व्यवस्था की गई है।
- पूर्व कांग्रेस नेता जीशान हैदर के परिवार का 8 साल के बेटा मुस्तफा निकाल लिया गया है।
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने खबर लगते ही मौके पर NDRF और SDRF को पहुंचने और घायलों को बेहतर से बेहतर उपचार देने का निर्देश दिया। सूचना मिलते ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी मौके पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि अलाया अपार्टमेंट में कांग्रेस नेता रहे जीशान हैदर का परिवार भी रहता है। आशंका है कि उनके परिवार के कई सदस्य मलबे में फंसे हैं।
- बिल्डिंग में 30-35 परिवार रह रहे थे
- बताया जा रहा कि बिल्डिंग करीब 15 साल पहले बनी थी। इसमें 30-35 परिवार रह रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि करीब 6:30 बजे अचानक तेज धमाके के साथ बिल्डिंग गिर गई। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद रेस्क्यू शुरू हुआ।
- दोपहर में 30 सेकेंड तक महसूस हुए भूकंप के झटके
मंगलवार दोपहर नेपाल में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसके झटके करीब 30 सेकेंड तक लखनऊ, बरेली, अयोध्या, गोरखपुर समेत यूपी के तकरीबन सभी शहरों में महसूस किए गए।