लखनऊ, 08 दिसंबर 2025:
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत पंचायत प्रतिनिधियों और कर्मियों के लिए स्वीकृत एक्सपोज़र विज़िट कार्यक्रम प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पंचायती राज विभाग द्वारा क्रमिक रूप से आयोजित किया जा रहा है। रामपुर, श्रावस्ती, ललितपुर और अमेठी समेत कई जनपदों में यह बैचवार विज़िट वर्तमान में जारी है।
इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में किए जा रहे नवीन, उत्कृष्ट और व्यवहारिक विकास कार्यों को प्रत्यक्ष रूप से प्रदर्शित कर अन्य ग्राम पंचायतों को प्रेरित करना है, ताकि वे स्वयं को रोल मॉडल के रूप में विकसित कर सकें। प्रतिभागियों ने प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, बायोगैस यूनिट, वर्मी कम्पोस्टिंग, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, जल प्रबंधन, कॉमन सर्विस सेंटर संचालन और ओएसआर सृजन के सफल मॉडलों का अवलोकन किया।
कार्यक्रम के दौरान लगभग 2000 प्रतिभागी नवंबर 2025 से जनवरी 2026 तक दो-दिवसीय एक्सपोज़र विज़िट में भाग ले रहे हैं। ई-सर्टिफिकेट के लिए फीडबैक और ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी की सुविधा टीएमपी पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई है।
पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि यह एक्सपोज़र विज़िट केवल देखने का कार्यक्रम नहीं, बल्कि व्यवहारिक सीख और परिवर्तन की दिशा है। उनका लक्ष्य है कि हर पंचायत सशक्त और आत्मनिर्भर मॉडल के रूप में विकसित हो, और प्रतिभागी अपने क्षेत्रों में विकास की नई सोच और ऊर्जा लेकर जाएँ।
निदेशक पंचायती राज अमित कुमार सिंह ने कहा कि क्रॉस-लर्निंग मॉडल से पंचायतें एक-दूसरे के अनुभवों से सीखकर तेज़ी से विकास कर सकती हैं। यह कार्यक्रम ग्रामीण शासन और सेवा वितरण की गुणवत्ता को नई ऊँचाई देगा। उनका प्रयास है कि अधिक से अधिक पंचायतें रोल मॉडल बनकर सामने आएँ।

आंतरिक एक्सपोज़र विज़िट से पंचायतों को मिल रहा बदलाव
और नई ऊर्जा का अनुभव


