उत्तर प्रदेश अपनी सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक स्मारकों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और ग्रामीण पर्यटन का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लोग शहर के प्रदूषण और व्यस्त जिंदगी में सुकून तलाशने के लिए प्रकृति के बीच ग्रामीण परिवेश में समय बिताकर तरोताजा होने के उद्देश्य से ग्रामीण पर्यटन की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में ग्रामीण कृषि-पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। राज्य में देश के सबसे अधिक गाँव हैं, जिनमें से प्रत्येक गाँव ग्रामीण जीवन और कृषि पद्धतियों की एक अनूठी झलक पेश करता है। ग्रामीण पर्यटन और एग्रो टूरिज्म के बढ़ते चलन को देखते हुए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने ग्रामीण और कृषि-पर्यटन विकास के लिए 229 गांवों की पहचान की है। इन ग्रामों में ठहरने और अन्य मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए विभाग द्वारा कार्य कराया जा रहा है। जिसका उद्देश्य स्थानीय कला, शिल्प और रोजगार को बढ़ावा देना है।
पर्यटन विभाग के नेतृत्व में, चुनिंदा गांवों को ग्रामीण पर्यटन केंद्रों में तब्दील किया जा रहा है, जो स्थानीय संस्कृति के साथ ग्रामीण पर्यटन का विशिष्ट अनुभव प्रदान करते हैं। इंटरनेट कनेक्टिविटी होने के साथ, ये हब आगंतुकों को एक्सपिरियन्स टूरिज़म का अनुभव प्रदान करते हैं। यहाँ पर्यटक ग्रामीण परिवेश के शुद्ध वातावरण में समय बिताने के साथ मौसमी फसलों और बाग-बगीचों से भी परिचित होंगे।
ग्रामीण पर्यटन के क्षेत्र में आगंतुकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से यूपी पर्यटन विभाग ने विभिन्न ग्रामीण होमस्टे प्रदाताओं के साथ अनुबंध किया है। ये होमस्टे स्थानीय संस्कृति और स्थानीय लोककलाओं के साथ व्यंजनों से जुड़े अनूठे फार्म स्टे अनुभव प्रदान करते हैं। अयोध्या से केवल 70 किलोमीटर दूर बस्ती में ‘माइ मॉम ग्रामीण होमस्टे’ और बांदा जिले के उदयपुरवा में ईको-विलेज परियोजना के तहत ‘गुलमोहर ग्रामीण होमस्टे’ ऐसा ही उदाहरण है। इन होम स्टे में 4-5 कमरे होते है, जिनमें सभी मूलभूत सुविधाएं होती है। पर्यटन विभाग ग्रामीण और प्रमुख गंतव्यों के निकट फार्म स्टे की स्थापना के लिए पर्यटन नीति 2022 अन्तर्गत सब्सिडी भी प्रदान करता है।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के मुताबिक देश में ग्रामीण और एग्रों टूरिज्म बहुत तेजी से बढ़ रहा है और उत्तर प्रदेश के पास सर्वाधिक ग्राम है जो विविध एग्रों क्लाइमेटिक जोंस में स्थित है। ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण होमस्टे के माध्यम से हम ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को भ्रमण के लिए आकर्षित कर सकते है जो स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराएगा।