उत्तर प्रदेश में आगामी पंचायत चुनावों की तैयारियों को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने ऐलान कर दिया है कि पार्टी प्रदेश में पंचायत चुनाव अकेले लड़ेगी। इस घोषणा के साथ ही पार्टी ने अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूती देने और उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया को गति दे दी है।
5 जुलाई को सारनाथ में सुभासपा का शक्ति प्रदर्शन
सुभासपा ने पंचायत चुनाव की तैयारियों की शुरुआत 5 जुलाई से करने का निर्णय लिया है। इसी दिन वाराणसी के सारनाथ क्षेत्र में एक विशाल संगठनात्मक बैठक बुलाई गई है, जिसमें स्वयं ओम प्रकाश राजभर मौजूद रहेंगे। यह बैठक न केवल शक्ति प्रदर्शन का माध्यम बनेगी, बल्कि संगठन की रणनीति और जमीनी ढांचे को मजबूती देने की दिशा में निर्णायक साबित होगी।
वाराणसी बना रणनीतिक केंद्र, 40 सेक्टरों में बंटी चुनावी जिम्मेदारियां
पार्टी की योजना के तहत वाराणसी को पंचायत चुनावों का मुख्य रणनीतिक केंद्र बनाया गया है। जिले को 40 सेक्टरों में बांटा गया है, जिनमें सेक्टरवार कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इस दौरान प्रत्येक क्षेत्र से पंचायत चुनाव के लिए आवेदन भी लिए जाएंगे, जिनमें से योग्य उम्मीदवारों का चयन पार्टी द्वारा किया जाएगा।
जिम्मेदारियों का होगा सेक्टरवार वितरण
बैठक में उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव प्रभारी पतीराम राजभर और लल्लन राजभर द्वारा सेक्टरवार पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां दी जाएंगी। वहीं, उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया पारदर्शी ढंग से सुनिश्चित की जाएगी ताकि पार्टी का जनाधार मजबूत हो और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की जा सके।
संगठन को जमीनी स्तर पर सक्रिय करने की तैयारी
जिला अध्यक्ष उमेश राजभर के अनुसार, यह बैठक केवल एक राजनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि संगठन की जड़ों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगी। कार्यकर्ताओं को क्षेत्रीय स्तर पर नेतृत्व देने और बूथस्तर तक पार्टी को मजबूत बनाने की दिशा में ठोस कार्ययोजना तैयार की जा रही है।