हथिनी कुंड बैराज से दो दिन पहले अधिकतम तीन लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ा जा रहा था जो अब 50 से 60 हजार क्यूसेक तक रह गया है। सिविल लाइंस कश्मीरी गेट रिंग रोड के बाद रात से आइटीओ क्षेत्र सुप्रीम कोर्ट के आसपास भी पानी भर गया है जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। स्थिति का निरीक्षण करने उपराज्यपाल वीके सक्सेना व मुख्यमंत्री केजरीवाल मौके पर पहुंचे।
यमुना के उफान के चलते राजधानी के कई नए क्षेत्रों में पानी भरने से लोगों की दुश्वारियां और बढ़ गईं। इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के नजदीक नाले में दरार आने और इसका रेगुलेटर क्षतिग्रस्त होने से सुप्रीम कोर्ट परिसर के नजदीक तक पानी पहुंच गया। स्थिति को संभालने के लिए एनडीआरएफ के साथ सेना की मदद ली और शुक्रवार देर शाम तक पानी रोकने के लिए बनाई जा रही दीवार का 80 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया। रिंग रोड सहित कई मार्ग भी अभी बंद हैं, जिससे लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कई क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है। जलभराव वाले अधिकांश क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी बंद कर दी गई है। इस बीच, बाढ़ के पानी में तीन बच्चे डूब गए। बारिश की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।यमुना का जलस्तर गुरुवार को 208.66 मीटर था, जो शुक्रवार शाम पांच बजे 208.20 मीटर पर आ गया। हालात नियंत्रित करने के हर संभव प्रयास हो रहे हैं।
नावों से पेट्रोलिंग कर रहे बीएसएफ जवान