• प्रयागराज में एयरफोर्स कमांडर वर्क्स इंजीनियर सत्येंद्र नारायण मिश्रा की हत्या का खुलासा
  • हत्या का आरोपी सौरभ कुमार उर्फ बाबू पासी गिरफ्तार, माता-पिता भी साजिश में शामिल
  • घटनास्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर लाल बिहारा बमरौली का रहने वाला है मुख्य आरोपी
  • जेल में बंद भाई को छुड़ाने की साजिश के तहत की गई थी हत्या
  • पुलिस ने हाई प्रोफाइल मर्डर केस सुलझाया, तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया

प्रयागराज। सेंट्रल एयर कमांड के हाई सिक्योरिटी जोन में घुसकर कमांडर वर्क्स इंजीनियर (सीडब्ल्यूई) सत्येंद्र नारायण मिश्रा की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी सौरभ कुमार उर्फ बाबू पासी को उसके माता-पिता के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त पिस्टल, तमंचा, कारतूस, गैस कटर सहित अन्य सामान भी बरामद किया है।

हत्या के पीछे चोरी और भाई की रिहाई की साजिश

मुख्य आरोपी सौरभ ने कौशांबी जेल में बंद अपने हत्यारोपित भाई को छुड़ाने के लिए बड़ी रकम जुटाने की योजना बनाई थी। इसी क्रम में वह एयरफोर्स परिसर स्थित सत्येंद्र नारायण मिश्रा के आवास में चोरी करने पहुंचा था। चोरी में असफल रहने पर उसने दुस्साहसिक अंदाज में सीडब्ल्यूई की गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया।

परिवार की मिलीभगत से रची गई साजिश

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी सौरभ के पिता शिवकुमार वर्ष 1997 से बमरौली एयरफोर्स स्टेशन में प्राइवेट सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत था, जबकि उसकी मां सुनीता देवी सत्येंद्र नारायण मिश्रा के आवास में घरेलू कामकाज करती थी। आरोपी का बड़ा भाई गौतम उर्फ हनी भी एयरफोर्स बेस पर चार साल तक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड रह चुका था।

परिवार अपने जेल में बंद बेटे की रिहाई के लिए पैसों की व्यवस्था करने में जुटा था। सौरभ ने इसी उद्देश्य से लूट और चोरी की साजिश रची। उसने पहले अपने माता-पिता से आवास की रेकी करवाई और फिर एक व्यक्ति से असलहा जुटाकर वारदात को अंजाम दिया।

घटना की पूरी कड़ी
  • सौरभ पहले भी एक बार 15 दिन पहले लूट के इरादे से आया था, लेकिन सफल नहीं हो सका।
  • 28 मार्च को रात ढाई बजे वह बाउंड्री फांदकर आवास में दाखिल हुआ।
  • उसने पहले दरवाजा काटने की कोशिश की, असफल होने पर घंटी बजाई।
  • सत्येंद्र नारायण मिश्रा के बाहर आने पर उसने गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया।
  • पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मैनुअल इंटेलिजेंस की मदद से आरोपियों की पहचान की।
  • सोमवार को पुलिस ने सौरभ व उसके माता-पिता को पूरामुफ्ती क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड और सोशल मीडिया पर दिखावा

मुख्य आरोपी सौरभ ने सोशल मीडिया पर अपनी स्पोर्ट्स बाइक पर बैठकर मूंछ पर ताव देते हुए एक तस्वीर साझा की थी, जिसमें लिखा था – “हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है।” पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि उसके अधिकतर दोस्त गांजा और स्मैक की तस्करी में लिप्त थे। इनमें से कुछ पहले भी जेल जा चुके हैं।

पुलिस अब उस अन्य व्यक्ति की तलाश कर रही है, जो 15 मार्च को सौरभ के साथ चोरी की नीयत से एयरफोर्स परिसर में गया था। साथ ही, असलहा और कारतूस उपलब्ध कराने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए भी जांच तेज कर दी गई है।

पुलिस अधिकारियों का बयान

सोमवार रात पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉ. अजय पाल शर्मा, डीसीपी सिटी अभिषेक भारती और एडीसीपी सिटी अभिजीत ने मीडिया के सामने मुख्य आरोपी सौरभ को पेश किया। उन्होंने बताया कि यह एक सुनियोजित अपराध था, जिसमें पूरे परिवार की मिलीभगत सामने आई है। पुलिस की टीम अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।

आगे की कार्रवाई

प्रयागराज पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और हत्या में शामिल अन्य संभावित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है। इस हत्याकांड ने एयरफोर्स के सुरक्षा तंत्र पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसे लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी अपनी जांच कर रही हैं।

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