- नोएडा में बड़ी कार्रवाई: आसाराम और नारायण साई के गवाहों पर हमला करने वाला गुर्गा गिरफ्तार।
- गवाहों पर जानलेवा हमले का आरोपी दबोचा गया: पुलिस से बचने के लिए बदली पहचान।
- पुलिस की गिरफ्त में आरोपी: आसाराम और नारायण साई के खिलाफ गवाही देने वालों को बना चुका था निशाना।
- पहचान छुपाने के लिए बदला धर्म: पुलिस जांच में हुआ बड़ा खुलासा।
- गिरफ्तारी के बाद जांच तेज: आरोपी से पूछताछ जारी, अन्य साथियों की भी हो रही तलाश।
नोएडा – उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक बड़ी पुलिस कार्रवाई में आसाराम और नारायण साईं के गवाहों पर हमले में शामिल फरार आरोपी तामराज उर्फ ताम्रध्वज उर्फ गोलू को सूरत क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी को सूरत ले गई है, जहां उससे गहन पूछताछ जारी है।
छह राज्यों में वांछित था तामराज, हरियाणा पुलिस ने रखा था इनाम
सूत्रों के अनुसार, तामराज छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव थाना क्षेत्र के बड़भूम गांव का रहने वाला है और वह आसाराम तथा नारायण साईं का कट्टर अनुयायी बताया जा रहा है।
- गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस को उसकी तलाश थी।
- उसके खिलाफ कुल 9 आपराधिक मामले दर्ज थे।
- हरियाणा पुलिस ने तामराज पर ₹50,000 का इनाम घोषित कर रखा था।
गिरफ्तारी से बचने के लिए बदला धर्म, ईसाई बनकर रह रहा था नोएडा में
पुलिस जांच में सामने आया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए तामराज ने ईसाई धर्म अपना लिया था और अपना नाम बदलकर ‘स्टीफन’ रख लिया था।
- वह नोएडा में छिपकर रह रहा था और अपनी पहचान बदलकर पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा था।
- लेकिन पुलिस की लगातार जांच-पड़ताल और तकनीकी सर्विलांस के चलते वह आखिरकार गिरफ्त में आ ही गया।
आसाराम-नारायण साईं के नेटवर्क पर पुलिस की पैनी नजर
सूत्रों के मुताबिक, तामराज से पूछताछ के बाद आसाराम और नारायण साईं के आपराधिक नेटवर्क से जुड़ी कई परतें खुल सकती हैं।
- पुलिस अब इस सिंडिकेट में शामिल अन्य सदस्यों की पहचान कर रही है।
- गिरोह की गुप्त फंडिंग और अन्य आपराधिक गतिविधियों को लेकर भी जांच तेज हो गई है।
- जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
नोएडा पुलिस ने रिमांड से किया इनकार
इस मामले में नोएडा पुलिस ने किसी भी प्रकार की रिमांड लेने से इनकार किया है।
- अधिकारियों का कहना है कि अभी तक छह राज्यों की किसी भी पुलिस टीम ने उनसे संपर्क नहीं किया है।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
तामराज की गिरफ्तारी से आसाराम और नारायण साईं के गुप्त आपराधिक नेटवर्क पर शिकंजा कस सकता है।
- अब पुलिस की जांच इस बात पर केंद्रित होगी कि गिरोह के अन्य सदस्य कहां छिपे हुए हैं और उनकी गतिविधियां कैसी चल रही हैं।
- इस मामले में आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
पुलिस प्रशासन अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के लिए कड़ी निगरानी रख रहा है। आने वाले दिनों में इस केस में और चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ सकती हैं।