• स्वस्थ रहने के लिए सभी पोषक तत्वों का संतुलित मात्रा में होना जरूरी।
  • असंतुलित डाइट लेने से शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है।
  • पोषण की कमी होने पर शरीर देता है शुरुआती संकेत, इन्हें न करें नजरअंदाज।
  • थकान, बाल झड़ना, कमजोर नाखून और त्वचा की समस्याएं हो सकते हैं लक्षण।
  • मांसपेशियों में कमजोरी, हड्डियों में दर्द और इम्यून सिस्टम कमजोर होना संकेत हो सकते हैं।

नई दिल्ली, : शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए विटामिन और मिनरल्स बेहद जरूरी हैं। ये पोषक तत्व इम्यून सिस्टम मजबूत करने, ऊर्जा बढ़ाने और शरीर के विभिन्न कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन जब शरीर में इनकी कमी होती है, तो वह कुछ संकेत देने लगता है, जिन्हें पहचानना बेहद जरूरी है। यदि इन संकेतों को नजरअंदाज किया जाए, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

पोषण की कमी के 8 प्रमुख लक्षण

🔹 लगातार थकान और कमजोरी – यदि आप बिना किसी भारी काम के भी जल्दी थक जाते हैं या कमजोरी महसूस करते हैं, तो यह विटामिन-बी12, आयरन और विटामिन-डी की कमी का संकेत हो सकता है। आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित होती है और कमजोरी महसूस होती है।

🔹 त्वचा संबंधी समस्याएं – रूखी त्वचा, खुजली, मुंहासे या रैशेज विटामिन-ए, विटामिन-ई और जिंक की कमी का संकेत हो सकते हैं। विटामिन-ए की कमी से त्वचा बेजान हो जाती है, जबकि जिंक की कमी से स्किन इंफेक्शन और मुंहासे हो सकते हैं।

🔹 बालों का झड़ना – यदि आपके बाल तेजी से झड़ रहे हैं, तो यह विटामिन-डी, बायोटिन, आयरन और जिंक की कमी का संकेत हो सकता है। आयरन की कमी से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं, जिससे बाल टूटने लगते हैं।

🔹 नाखूनों का कमजोर होना – नाखूनों का टूटना, पतला होना या उन पर सफेद धब्बे दिखना कैल्शियम, आयरन और जिंक की कमी का संकेत हो सकता है।

🔹 मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन – अगर आपको अक्सर मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन या कमजोरी महसूस होती है, तो यह विटामिन-डी, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम की कमी हो सकती है।

🔹 मानसिक स्वास्थ्य पर असर – विटामिन और मिनरल्स की कमी सिर्फ शरीर ही नहीं, बल्कि दिमाग पर भी असर डालती है। विटामिन-बी6, बी12 और मैग्नीशियम की कमी से चिंता, डिप्रेशन और मूड स्विंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

🔹 भूख में कमी या अत्यधिक भूख लगना – जिंक और विटामिन-बी की कमी से भूख कम हो सकती है, जबकि मैग्नीशियम की कमी से चीनी और जंक फूड खाने की इच्छा बढ़ सकती है।

🔹 हड्डियों का कमजोर होना – कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। हड्डियों में दर्द और फ्रैक्चर का खतरा भी पोषण की कमी का संकेत हो सकता है।

कैसे पूरी करें पोषण की कमी?
  • संतुलित आहार में हरी सब्जियां, फल, नट्स, दूध, दही, दालें और साबुत अनाज शामिल करें।
  • विटामिन-डी के लिए सूरज की रोशनी लें और कैल्शियम युक्त भोजन का सेवन करें।
  • विटामिन-बी12 और आयरन की पूर्ति के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स, अंडे और हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं।
  • पानी की कमी न होने दें, ताकि शरीर में पोषक तत्व सही तरीके से अवशोषित हो सकें।
समय पर पहचानें पोषण की कमी के संकेत

स्वस्थ रहने के लिए पोषण की कमी को समय रहते पहचानना और उसे सही आहार से पूरा करना बेहद जरूरी है। अगर आपको उपरोक्त लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और अपनी डाइट में सुधार करें।

Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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