मणिपुर की स्टार वेटलिफ्टर एस. बिंद्यारानी देवी ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए महिला 55 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने स्नैच कैटेगरी में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित कर अपनी श्रेष्ठता साबित की।
बिंद्यारानी देवी की जबरदस्त वापसी और ऐतिहासिक प्रदर्शन
कॉमनवेल्थ खेलों की रजत पदक विजेता बिंद्यारानी देवी की शुरुआत थोड़ी कठिन रही। उन्होंने 83 किग्रा के पहले प्रयास में असफलता का सामना किया, लेकिन फिर जबरदस्त वापसी करते हुए स्नैच में 88 किग्रा भार उठाकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। इसके बाद क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 107 किग्रा की सफल शुरुआत की। हालांकि, उनका 112 किग्रा का दूसरा प्रयास असफल रहा, लेकिन 113 किग्रा भार उठाकर उन्होंने अपनी उत्कृष्टता साबित की।
उनके कुल 201 किग्रा (स्नैच + क्लीन एंड जर्क) के प्रदर्शन ने उन्हें प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान दिला दिया। यह उनके अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड 202 किग्रा से सिर्फ 1 किग्रा कम था, लेकिन उनकी इस जीत ने उन्हें तीनों राष्ट्रीय रिकॉर्ड (स्नैच, क्लीन एंड जर्क और कुल भार) का स्वामी बना दिया।
“रिकॉर्ड बनाना हमेशा गर्व की बात” – बिंद्यारानी देवी
अपनी ऐतिहासिक जीत के बाद बिंद्यारानी देवी ने कहा,
“मैं अच्छी तरह से तैयार थी और अपने प्रदर्शन से बेहद खुश हूं। रिकॉर्ड बनाना हमेशा गर्व की बात होती है। मेरा लक्ष्य 115 किग्रा उठाने का था, लेकिन 112 किग्रा की दूसरी कोशिश असफल रहने के कारण मैंने 113 किग्रा उठाने का सुरक्षित फैसला किया।”
मणिपुर को एक और पदक, एल. नीलम देवी ने कांस्य जीता
मणिपुर की ही एल. नीलम देवी ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। नीलम ने स्नैच में 81 किग्रा उठाया और क्लीन एंड जर्क में 98 किग्रा और 101 किग्रा सफलतापूर्वक उठाए। हालांकि, वह 104 किग्रा के प्रयास में असफल रहीं, लेकिन उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा।
पश्चिम बंगाल की शराबानी दास ने जीता रजत पदक
इस मुकाबले में पश्चिम बंगाल की शराबानी दास ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने स्नैच में 78 किग्रा और 81 किग्रा उठाया, जबकि क्लीन एंड जर्क में 102 किग्रा और 106 किग्रा भार उठाकर रजत पदक अपने नाम किया।
मणिपुर के लिए गौरव का क्षण, वेटलिफ्टिंग में शीर्ष स्थान बरकरार
बिंद्यारानी देवी की ऐतिहासिक जीत और मणिपुर के दो पदकों की उपलब्धि ने राज्य को वेटलिफ्टिंग के क्षेत्र में एक बार फिर शीर्ष पर स्थापित कर दिया है। यह मणिपुर के खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ने जैसा है। इस उपलब्धि से प्रदेश में खेलों के विकास और वेटलिफ्टिंग में नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।
बिंद्यारानी देवी की सफलता और मणिपुर के खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत ने यह साबित कर दिया है कि राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करने में सक्षम हैं।