- बम धमाके की धमकी: महाकुंभ मेले में बम विस्फोट की धमकी देने वाले नसर पठान के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया।
- इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट: नसर पठान पर आपत्तिजनक पोस्ट करने का आरोप, साइबर थाना प्रभारी कर रहे हैं जांच।
- फर्जी वेबसाइट से ठगी: तीर्थयात्रियों को धोखा देने के मामले में दो संदिग्ध हिरासत में।
- सुरक्षा कड़ी: महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने चौकसी बढ़ाई।
- कानूनी कार्रवाई: दोनों मामलों में गहन जांच और उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ में बम धमाके की धमकी देने वाले नसर पठान के खिलाफ मेला क्षेत्र की कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार शर्मा की तहरीर पर यह एफआईआर दर्ज की गई, जो मेला क्षेत्र के थाने में दर्ज पहला मामला है। मामले की विवेचना साइबर थाना प्रभारी कर रहे हैं।
मंगलवार को इंटरनेट मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था, जो “नस्सर कट्टर मियां” नामक इंस्टाग्राम अकाउंट का था। इस अकाउंट से हिंदुओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए महाकुंभ में बम धमाके की धमकी दी गई थी। साइबर पुलिस अब इस अकाउंट के आइपी एड्रेस के जरिए नसर पठान की पहचान कर गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
महाकुंभ की फर्जी वेबसाइट से ठगी का मामला:
महाकुंभ की फर्जी वेबसाइट बनाकर तीर्थयात्रियों से ठगी करने के मामले में पुलिस ने दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। साइबर अपराधियों ने महाकुंभ की चार फर्जी वेबसाइट बनाकर 45 से अधिक लोगों को ठगा और लगभग 25 लाख रुपये की रकम वसूली। यह रकम विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी।
पुलिस ने अलग-अलग शहरों से पकड़े गए दो संदिग्धों से पूछताछ की है। ठगी की सबसे ज्यादा रकम पश्चिम बंगाल निवासी एक किशोर के खाते में भेजी गई थी, जिसकी तलाश जारी है।
15 दिन से अवैध रूप से ठहरा विदेशी नागरिक:
मेला क्षेत्र में रूस के मास्को निवासी आंद्रे पापकाफ नामक एक विदेशी नागरिक करीब 15 दिन से अवैध रूप से ठहरा हुआ था। वीजा की अवधि समाप्त होने के बावजूद वह सेक्टर 15 स्थित रेनबो कैंप में रह रहा था। मेला पुलिस को जानकारी मिलने पर उसे पकड़कर कमिश्नरेट पुलिस के हवाले किया गया।
पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने आंद्रे से पूछताछ की, लेकिन उसने वीजा और पासपोर्ट के बारे में जानकारी देने से इनकार किया। छानबीन के दौरान उसके पास से वीजा और अन्य कागजात मिले, जिनकी अवधि समाप्त हो चुकी थी। पुलिस ने आंद्रे को दिल्ली भेजकर रूस डिपोर्ट करने की प्रक्रिया पूरी की।
पुलिस का बयान:
पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा ने कहा, “महाकुंभ मेला क्षेत्र में अवैध रूप से ठहरे विदेशी नागरिक को रूस डिपोर्ट कर दिया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता और कड़ी की जा रही है।”
महाकुंभ में धमकी और ठगी जैसे मामलों के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया है और साइबर टीम इन घटनाओं की गहराई से जांच कर रही है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।